गांव सांवड़ के जलघर में मिली मरी हुई मछलियां, दूषित जलापूर्ति को लेकर ग्रामीणों में रोष
जिले में कई स्थानों पर गर्मी के मौसम में लोगों को पेयजल संबं
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : जिले में कई स्थानों पर गर्मी के मौसम में लोगों को पेयजल संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। कहीं पर दूषित पेयजल आपूर्ति तो कहीं पेयजल की किल्लत से जूझना पड़ रहा है। वहीं जिले के गांव सांवड़ स्थित जलघर के वाटर टैंक में मरी हुई मछलियां मिलने से लोगों में बीमारियां फैलने की आशंकाएं बनी हुई है। जिससे लोगों को पेयजल समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इसी को लेकर ग्रामीणों ने गांव के जलघर पर एकत्रित होकर रोष जताया।
गांव सांवड़ निवासी राजेंद्र शर्मा, अशोक शर्मा, जगदीश, रमेशचंद्र, हुनुमान, श्याम सुंदर इत्यादि ने कहा कि उनके घरों में जो पेयजल आपूर्ति की जा रही है उसमें दुर्गंध आ रही है। उन्होंने कहा कि इसी के चलते जब गांव स्थित जलघर जाकर देखा तो वहां वाटर टैंक में काफी संख्या में मरी हुई मछलियां मौजूद थी। जिनके सड़ने के कारण पानी में दुर्गंध हो रही है और पानी पीने के अलावा दूसरे प्रयोग योग्य भी नहीं है। जिससे ग्रामीणों को पेयजल समस्या का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में जनस्वास्थ्य अधिकारियों को भी अवगत करवा दिया गया है लेकिन अभी तक इस पर कोई संज्ञान नहीं लिया गया है। दूषित पेयजल से लोगों में बीमारियां फैलने का खतरा बना हुआ है जिसके कारण ग्रामीणों में विभाग के प्रति रोष बना हुआ है। दो दिन पहले भी मिली थी मछलियां
ग्रामीणों ने कहा कि वाटर टैंक में दो दिन पहले भी मरी हुई मछलियां देखी गई थी लेकिन तब कम संख्या में थी। उन्होंने कहा कि अब काफी संख्या में मरी हुई मछलियां होने के कारण पानी का रंग भी बदल चुका है। इसके अलावा जलघर के फिल्टर खराब होने के कारण पानी बिना शुद्ध हुए ही घरों तक पहुंच रहा है। ग्रामीणों ने कहा कि जलघर पर तैनात कर्मचारियों से इस बारे में बात की गई उन्होंने पूरे मामले से उच्च अधिकारियों को अवगत करवाने की बात कही गई है। लेकिन अभी तक वाटर टैंक की सफाई करने व खराब फिल्टर को ठीक करने संबंधी कोई कार्रवाई शुरू नहीं की गई है।