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कृषि विभाग के उपनिदेशक ने अनुदान पर खरीदे कृषि यंत्र सौंपे किसानों को, उपयोगी जानकारियां दी

किसानों को अब परंपरागत खेती के तरीकों को बदलते हुए आधुनिक तकनीक को अपनाना होगा। पूरे विश्व में खेती करने का परि²श्य बदलता जा रहा है और समय के साथ चलकर ही किसान उन्नति की ओर आगे बढ़ सकता है। शुक्रवार को कृषि विभाग के उप निदेशक डा. आत्माराम गोदारा ने दादरी नई अनाज मंडी में किसानों को अनुदान पर खरीदे गए कृषि यंत्रों को सौंपते हुए यह बात कही।

By JagranEdited By: Published: Sat, 21 Nov 2020 06:38 AM (IST)Updated: Sat, 21 Nov 2020 06:38 AM (IST)
कृषि विभाग के उपनिदेशक ने अनुदान पर खरीदे कृषि यंत्र सौंपे किसानों को, उपयोगी जानकारियां दी

जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : किसानों को अब परंपरागत खेती के तरीकों को बदलते हुए आधुनिक तकनीक को अपनाना होगा। पूरे विश्व में खेती करने का परि²श्य बदलता जा रहा है और समय के साथ चलकर ही किसान उन्नति की ओर आगे बढ़ सकता है। शुक्रवार को कृषि विभाग के उप निदेशक डा. आत्माराम गोदारा ने दादरी नई अनाज मंडी में किसानों को अनुदान पर खरीदे गए कृषि यंत्रों को सौंपते हुए यह बात कही।

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मंडी में इन कृषि यंत्रों की फिजिकल वेरिफिकेशन की गई। इस मौके पर सहायक कृषि अभियंता राजीव चावला, इंजीनियर विवेक बागला, गुण नियंत्रण निरीक्षक चंद्रभान श्योराण तथा तकनीकी सहायक ईश्वर सिंह मौजूद रहे। डा. आत्माराम गोदारा ने बताया कि दादरी जिले के 64 किसानों को पचास फीसद अनुदान पर ये कृषि यंत्र प्रदान किए गए हैं। इनमें दादरी खंड के 34, बौंद खंड के 14, बाढड़ा और झोझू खंड के आठ-आठ किसान शामिल हैं। इन किसानों को ब्लाक मुख्यालय पर ही बुलाकर कृषि यंत्रों का सत्यापन करवाया गया है। डा. आत्माराम गोदारा ने बताया कि अनुदान पर दिए गए कृषि यंत्रों में सुपर सीडर, हैप्पीसीडर, रिवर्सिबल एमबी प्लू तथा जीरो टिल मशीनें शामिल हैं।

उन्होंने मौके पर मौजूद किसानों को हिदायत दी कि वे खेत में ही पराली का प्रबंध करें तथा आग न लगाएं। खेत में पराली जलाने से पर्यावरण प्रदूषित होता है और मित्र कीट भी नष्ट हो जाते हैं। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने पराली जलाने पर कड़ा संज्ञान लेते हुए कुछ लोगों के खिलाफ मुकदमे भी दर्ज करवाए हैं। पराली जलाना दंडनीय अपराध है।

मंडी में उपस्थित सभी किसानों ने कृषि यंत्रों का सदुपयोग करते हुए पराली का समुचित प्रबंधन करने पर अपनी सहमति जताई। बिल अपलोड करने की तिथि बढ़ाई

अभियंता विवेक बागला ने बताया कि कृषि यंत्रों के बिल आनलाइन पोर्टल पर अपलोड करने की तिथि बढ़ाकर अब 27 नवंबर कर दी गई है। लाभ पात्र किसान निर्धारित तिथि से पहले ही अपने बिल अपलोड करना सुनिश्चित करें।


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