चौधरी बंसी लाल विश्वविद्यालय का होगा अब अपना भवन परिसर
जागरण संवाददाता भिवानी चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय का अपना खुद का भव्य भवन परिसर होगा जिसमें
जागरण संवाददाता, भिवानी : चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय का अपना खुद का भव्य भवन परिसर होगा जिसमें जनवरी में कक्षाएं प्रारंभ होंगी। विश्वविद्यालय की चहारदीवारी एवं स्वर्ण जयंती द्वार का निर्माण पहले ही पूर्ण हो चुका है। लगभग 88 करोड़ की लागत से दो आधुनिक शैक्षणिक खंडों का निर्माण किया गया है। यह निर्माण कार्य फेज वन का पहला कार्य है। फेज वन के दूसरे कार्य के लिए लगभग 127 करोड़ का कार्य भी तेजी से प्रारंभ होने जा रहा है जिसमें सड़कें, वाटर वर्क्स,पावर हाउस, सीवरेज सिस्टम, हर्बल गार्डन, स्टूडेंट्स फैसिलेशन सैंटर, बूम बैरियर आदि शामिल हैं। फेज वन के दूसरे टैंडर की प्रक्रिया जारी है जिसमें 70 बेड का गेस्ट हाउस, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट व अन्य विकास कार्य किए जाएंगे। 350 ब्वायज और 280 गर्ल्स के लिए बनेंगे हॉस्टल
अधिकारियों के अनुसार 350 लड़के और 280 लड़कियों की क्षमता के हास्टल बनेंगे। इसके अलावा एडमिन ब्लॉक, कैंटीन, सेंटर लाइब्रेरी, स्पोर्ट्स एंड स्टूडेंट्स एक्टिविटी सेंटर, कुलपति, कुलसचिव सहित फैकल्टी आवास निर्माण आदि कार्य किए जाएंगे। लगभग डेढ़ साल के समय में तेजी से दो आधुनिक शैक्षणिक खंडों का निर्माण कार्य पूरे होने वाले हैं। जनवरी माह में कक्षाएं प्रारंभ होने जा रही हैं। इन दोनों शैक्षणिक खंडों में 12 स्मार्ट क्लास रूम होंगे जिनमें लगभग 780 विद्यार्थियों के बैठने की व्यवस्था है। 200 लोगों की क्षमता वाली होगी मल्टी पर्पज लैब
आधुनिक शैक्षणिक खंडों में भूतल पर प्रशासन, कैंटीन, कॉमन लाइब्रेरी, 200 लोगों की क्षमता वाली मल्टीपर्पज लैब, सेमिनार हॉल, कांफ्रेंस हॉल, गर्ल्स एंड बॉय•ा कॉमन रूम, प्राथमिक उपचार कक्ष, कैमेस्ट्री, फिजिक्स, गणित, बायोटेक, बॉटनी, जूलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी (लाइफ सांइस) के क्लास रूम, कम्प्यूटर लैब, विभागीय लैब तथा कार्यालय आदि होंगें। आधुनिक शैक्षणिक खंडों में ये रहेंगी सुविधाएं
सीबीएलयू अधिकारियों के अनुसार भवन परिसर सीसीटीवी कैमरों से लैस होगा। स्मार्ट क्लास रूम होंगे, वाईफाई डेटा उपलब्ध होगा, लिफ्ट सिस्टम, बायोमिट्रिक हाजिरी की सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आरके मित्तल और कुलसचिव डा. जितेंद्र भारद्वाज ने बताया कि विश्वविद्यालय के भवन निर्माण का कार्य कोरोना जैसे विकट दौर में भी जारी रहा है। विश्वविद्यालय के अपने खुद के भवन निर्माण के सपने को साकार करने में विश्वविद्यालय प्रशासन ने कोई कसर नहीं छोड़ी। 29 जुलाई 2019 को विश्वविद्यालय के दो आधुनिक शैक्षणिक खंडों का भूमिपूजन किया गया था।