समूह गान में आर्य वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ने मारी बाजी
जागरण संवाददाता, भिवानी: अखिल भारतीय अणुव्रत न्यास द्वारा आयोजित राज्यस्तरीय अणुव्रत नैतिक गीत गा
जागरण संवाददाता, भिवानी: अखिल भारतीय अणुव्रत न्यास द्वारा आयोजित राज्यस्तरीय अणुव्रत नैतिक गीत गायन प्रतियोगिता में ढिगावा के आर्य सीनियर सेकेंडरी स्कूल ने समूह गान वरिष्ठ वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त किया। प्रतियोगिता के प्रदेश संयोजक रमेश बंसल ने बताया कि अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य महाश्रमण की सुशिष्या साध्वी शुभप्रभा के सानिध्य में आयोजित प्रतियोगिता की गई, जबकि अध्यक्षता अणुव्रत महासमिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेन्द्र जैन एडवोकेट ने की।
प्रतियोगिता के परिणाम घोषित करते हुए संयोजक ने बताया कि समूह गान वरिष्ठ वर्ग में दूसरा स्थान श्रीमती उत्तमीबाई स्कूल तथा तीसरा स्थान जनसेवा विद्या विहार को मिला। वरिष्ठ वर्ग एकल गायन में जनसेवा विद्या विहार की तानिया ने प्रथम, उत्तमीबाई की कल्पना ने द्वितीय तथा वैश्य इंटरनेशनल स्कूल की देवांशी ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। कनिष्ठ एकल गायन में उत्तमी बाई स्कूल की दीपिका प्रथम, लिटिलहार्ट स्कूल की सिमरन द्वितीय तथा वैश्य मॉडल की मानवी ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। समूह गान कनिष्ठ वर्ग में वैश्य इंटरनेशनल स्कूल प्रथम, लिटिलहार्ट पब्लिक स्कूल द्वितीय तथा उत्तमी बाई वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की टीम तृतीय स्थान पर रहे।
निर्णायक मंडल में पुरूषोत्तम पुष्प, डा. भामा अग्रवाल, विकास यशकीर्ति तथा सचिन अरोड़ा शामिल थे। सभी विजेताओं एवं प्रतिभागियों को अणुव्रत समिति द्वारा पुरस्कृत किया गया। साध्वी शुभप्रभा ने विद्यार्थियों को अणुव्रत के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि वर्तमान परिवेश में परिवार तो है मगर प्यार नहीं है तथा इंसान तो है लेकिन इंसानियत लुप्त होती जा रही है। सभ्यता बढ़ रही है लेकिन संस्कारों का अभाव हो रहा है। ऐसी परिस्थितियों में अणुव्रत के नियम ही मानवीय सभ्यता और संस्कारों की रक्षा कर सकते है।
उन्होंने कहा कि बच्चे कोरे कागज तथा कच्ची मिट्टी के बर्तन जैसे होते है। इस उम्र में जैसे संस्कार दिए जाएंगे, वैसे ही बच्चे भविष्य में बनेंगे। साध्वी कान्तयशा ने एक गीतिका के द्वारा नैतिकता एवं प्रमाणिकता का संदेश दिया। अणुव्रत महासमिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेन्द्र जैन एडवोकेट ने कहा कि अणुव्रत एक ऐसी जीवनदायिनी औषधि है जिसमें सभी सामाजिक कुरीतियों का इलाज संभव है।
इस अवसर पर मुरारी लाल गुप्ता, एमएल गोठवाला, बृजेश आचार्य, माणिक चन्द नाहटा, प्रदीप मिश्रा, रविन्द्र जैन, विकास जैन, टेकचन्द जैन, सारिका जैन, वनिता जैन, संगीता तगेजा, ममता, भगवती, वर्षा तथा बजरंग लाल जैन सहित अनेक गणमान्य अणुव्रत कार्यकर्ता उपस्थित थे।