बसों की कमी से परेशान छात्राएं उतरीं सड़क पर, झोझू कलां रोड पर लगाया जाम
जागरण संवाददाता चरखी दादरी जिले के गांव तिवाला शीशवाला व बादल की दर्जनों छात्राओं ने बसों
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : जिले के गांव तिवाला, शीशवाला व बादल की दर्जनों छात्राओं ने बसों की कमी से परेशान होकर शुक्रवार सुबह गांव बिरही कलां के अड्डे के समीप झोझू कलां रोड पर जाम लगा दिया। छात्राओं की ओर से जाम की सूचना पाकर दादरी सदर थाना पुलिस व रोडवेज अधिकारी मौके पर पहुंचे। रोडवेज अधिकारियों ने शनिवार से ही बस चलाने का आश्वासन देकर जाम खुलवाया। जानकारी के अनुसार गांव तिवाला, शीशवाला, बादल इत्यादि गांवों से हर रोज दर्जनों छात्राएं कस्बा झोझू कलां स्थित महिला महाविद्यालय में शिक्षा ग्रहण करने जाती है। बताया जा रहा है कि पहले एक रोडवेज बस इस रूट पर चलती थी। वह बस गांव तिवाला, शीशवाला, बादल इत्यादि से छात्राओं को लेकर कालेज तक जाती थी। लेकिन पिछले करीब एक वर्ष से इस बस का संचालन बंद है। छात्राओं ने कहा कि बस सेवा न होने से उन्हें कालेज तक पैदल आवागमन करना पड़ता है। जिससे उन्हें काफी परेशानी होती है। छात्राओं ने बताया कि कई बार मांग करने के बावजूद बस का संचालन शुरू नहीं किया गया। ऐसे में मजबूरन उन्हें रोड पर जाम लगाना पड़ रहा है। जाम लगाने की सूचना पाकर दादरी सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची तथा छात्राओं को समझाने का प्रयास किया। लेकिन छात्राएं व ग्रामीण मौके पर रोडवेज अधिकारियों को बुलाने की बात पर अड़े रहे। जिसके बाद दादरी रोडवेज डिपो से ड्यूटी निरीक्षक सतेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे। छात्राओं ने उनके समक्ष सुबह के अलावा शाम को छुट्टी के समय बस चलाने की मांग की। उन्होंने छात्राओं की मांग को मानते हुए शनिवार से ही बस चलाने का आश्वासन दिया। जिसके बाद छात्राओं ने जाम खोल दिया। साथ ही उन्होंने मौके पर एक बस बुलाकर छात्राओं को कालेज के लिए रवाना किया। करीब एक घंटे तक जाम के चलते वहां वाहनों की कतारें भी लग गई। दो दिन पहले मेहड़ा में लगाया था जाम
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि गत एक दिसंबर को गांव मेहड़ा की छात्राओं ने बसों की कमी से क्षुब्ध होकर मेहड़ा-झोझू कलां रोड पर जाम लगाया था। ये छात्राएं भी झोझू कलां स्थित महिला महाविद्यालय में पढ़ने के लिए जाती है। रोडवेज अधिकारियों द्वारा कितलाना से वाया डोहकी, रासीवास, छपार, बरसाना मोड़, मेहड़ा होते हुए एक और बस चलाने का आश्वासन देने के बाद छात्राओं ने जाम खोला था।