विरोधी खेमे से एक पार्षद टूटकर चेयरपर्सन के खेमे में शामिल
नपा चेयरपर्सन की कार्यप्रणाली से खपा हुए 10 पार्षदों के गुट को उस समय झटका लगा जब इस गुट का एक पार्षद वापस चेयरपर्सन के खेमे में चला गया। इस पार्षद ने शुक्रवार को उपायुक्त को शपथ सौंप कर एक बार फिर से नपा चेयरपर्सन की कार्यप्रणाली में विश्वास जताया है।
संवाद सहयोगी, बवानीखेड़ा: नपा चेयरपर्सन की कार्यप्रणाली से खपा हुए 10 पार्षदों के गुट को उस समय झटका लगा जब इस गुट का एक पार्षद वापस चेयरपर्सन के खेमे में चला गया। इस पार्षद ने शुक्रवार को उपायुक्त को शपथ सौंप कर एक बार फिर से नपा चेयरपर्सन की कार्यप्रणाली में विश्वास जताया है। उपायुक्त को शपथ पत्र सौंपने वाले वार्ड नंबर 8 से पार्षद हिम्मत सिंह ने बताया कि उन्होंने गत सोमवार को शपथ पत्र देकर नपा चेयरपर्सन की कार्यप्रणाली के खिलाफ अविश्वास जताया था। अब वे दोबारा से शपथ पत्र सौंप कर नपा चेयरपर्सन की कार्यप्रणाली के प्रति विश्वास जता रहे हैं और अविश्वास प्रस्ताव का भी विरोध कर रहे हैं। इस घटनाक्रम से नपा चेयरपर्सन के विरोधी खेमे के पार्षदों में हलचल तेज हो गई। हालांकि विरोधी खेमे के एक पार्षद ने अब भी दावा किया है कि उनके संपर्क में एक दो पार्षद और हैं और जल्द ही उनके खेमे में शामिल होंगे। ध्यान रहे की गत सोमवार को कस्बे के 15 पार्षदों में से 10 पार्षदों ने अतिरिक्त उपायुक्त को शपथ पत्र सौंप कर नपा चेयरपर्सन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने की मांग की थी। इसके बाद नपा चेयरपर्सन अपने खेमे को मजबूत करने के लिए सक्रिय हो गई और उन्हें एक बार तो कामयाबी की हासिल हुई है। क्योंकि उन्हें बहुमत साबित करने के लिए छह पार्षदों की आवश्यकता है। पहले उनके पक्ष में पांच पार्षद डटे हुए थे। हिम्मत तंवर के वापस खेमे में आने से अब पार्षदों की कुल संख्या छह हो गई है। इस घटना क्रम ने एक बार फिर से पालिका की राजनीति को गर्मा दिया है। नपा चेयरपर्सन के विरोधी खेमे में नौ ही पार्षद रह गए हैं। हालांकि अभी पालिका की राजनीति में उठापटक का दौर जारी है। अब देखना यह बाकी है कि आगे राजनीति का खेल में कौनासा खिलाड़ी दमदार साबित होता है। एक बार तो नपा चेयरपर्सन के सितारे की बुलंद दिखाई दे रहे हैं वहीं चेयरपर्सन के विरोधी खेमे के पार्षद भी एक बार फिर से अपना बहुमत पूर्ण करने के लिए सक्रिय हो गए हैं।
बातचीत के माध्यम से मामले को सुलझा लिया है। उन्होंने नपा चेयरपर्सन के आगे शर्त रखी है कि वे विकास कार्यो में पूरा सहयोग करें और पूरे कस्बे का बिना भेदभाव के विकास करवाएं। इसी शर्त के आधार पर उन्होंने एक बार फिर से नपा चेयरपर्सन का समर्थन किया है।
-हिम्मत सिंह, पार्षद।
युवा नेता विरोधी खेमे में सेंध लगाने को सक्रिय
नगर पालिका की राजनीति की दिशा बदलने में एक युवा भाजपा नेता एवं ठेकेदार की भी काफी भूमिका रही। नपा चेयरपर्सन की कुर्सी पर खतरे के बादल मंडराते ही यह युवा नेता विरोधी खेमे में सेंध लगाने के लिए सक्रिय हो गया था। हालांकि यह मामला नपा चेयरपर्सन ने अपने राजनीति आकाओं तक भी पहुंचाने का कार्य किया था। उनके राजनीति आकाओं का भी घटनाक्रम बदलने में काफी सहयोग रहा।