इटली के बोल्जानो शहर में रह रहे बहल क्षेत्र के 70 लोगों को भारत पहुंचने का इंतजार
संवाद सहयोगी बहल चीन से निकला कोरोना वायरस की महामारी ने समूचे विश्व में हलचल पैदा कर द
संवाद सहयोगी, बहल : चीन से निकला कोरोना वायरस की महामारी ने समूचे विश्व में हलचल पैदा कर दी है। भिवानी के बहल क्षेत्र के करीब 70 लोग इटली के बोल्जानो शहर में रह रहे हैं। उनको चिता सता रही है कि कैसे भारत पहुंचा जाए। वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वायरस को वैश्विक महामारी घोषित कर दिया है और इसके लिए एडवाजरी भी जारी कर दी है। ऐसे में उनकी चिता और ज्यादा बढ़ गई है। बहल क्षेत्र के उनके परिवारों को भी इसे लेकर चिता सता रही है। वहां रह रहे भारतीयों को भारत सरकार के बुलावे का इंतजार है।
उनके मुताबिक भारतीयों ने बताया कि भारत सरकार ने चिकित्सक टीम भेजने का ऐलान किया हुआ है और जब तक यह टीम इटली नहीं पहुंचती तब तक उनकी समस्या कम नहीं होगी। इटली में सकुशल भारतीय स्वदेश आने को तैयार है और वहीं उनके परिजनों को भी ऐसे हालातों में उनका बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। हालांकि बोल्जानो में कोरोना वायरस को इस क्षेत्र में अभी कोई प्रभाव नहीं है। कितु इस महामारी का तेजी से फैलाव से इनको खौफ सता रहा है। बोले : फिलहाल सकुशल, अपने वतन आना चाह रहे
बोल्जानो शहर में रह रहे महेंद्र कुमार सांखला ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ सकुशल हैं। कोरोना के बढ़ते प्रकोप ने उनको अब वतन से अच्छा कुछ नहीं लग रहा है। महेंद्र कुमार सांखला अपने छोटे भाई के परिवार के साथ बोल्जानो में रह रहे हैं। इसी प्रकार पातवान गांव के ईश्वर सिंह अपने भाई के परिवार के साथ रह रहे हैं। कमोवेश यही हाल बजरंग खन्ना, संजय, राकेश तथा देबू आदि के परिजनों का है। बोल्जानो शहर व आसपास के शहरों में इस क्षेत्र के भारतीयों की संख्या 70 के करीब है। महेंद्र ने बताया कि उनके यहां बोल्जानो व आसपास में कैरू के करीबन 15 लोग हैं। इटली में रह रहे लोगों के परिजन जल्द से जल्द भारत वापसी की मांग कर रहे हैं। बूढे पिता को परिवार के सदस्यों के लौटने का इंतजार
कस्बे के मदल लाल के दो बेटे व एक पौत्र इटली में हैं और छोटे बेटे सांवर सांखला की पत्नी, बेटा व बेटी भी बोल्जानो में है। बूढ़े पिता की आंखें अपनों के स्वदेश लौटने को बेसब्री से निहार रही है। यह स्थिति सभी परिवारों की जिनके अपने इटली में रह रहे हैं। इटली में खौफ के साए में गुजर बसर होती हजारों भारतीयों की जिदगी भारत सरकार के उस कदम का इंतजार हो रहा है कि कब भारतीय चिकित्सकों की टीम वहां पहुंचे और औपचारिकताएं पूरी करके स्वदेश की वापसी हो। इस पर पल-पल की खबर पर नजर लगाए बैठे हैं।