खिले किसानों के चेहरे, दो दिन में हुई 50 एमएम वर्षा, जलभराव को लेकर बढ़ी ¨चताएं
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : बुधवार सांय व बीती रात रूक रूककर हुई वर्षा का असर बृहस्प
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : बुधवार सांय व बीती रात रूक रूककर हुई वर्षा का असर बृहस्पतिवार को दादरी जिले पर दिखाई दिया। हालांकि आज भी जिले में कहीं कहीं बूंदाबांदी हुई। सांय तक आसमान में बादल छाए रहने, हवाओं में नमी की मात्रा बढ़ने से तापमान में गिरावट का सिलसिला बना रहा। पिछले 24 घंटों के दौरान दादरी जिले में अधिकतम तापमान 33 व न्यूनतम 27 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सांय तक कई बार ऐसा लगा कि किसी भी समय तेज वर्षा हो सकती है लेकिन जिले के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में बूंदाबांदी ही दिखाई दी। बुधवार सांय को तेज वर्षा के बाद रात भर रूक रूक कर बूंदाबांदी होने से मौसम में तबदीली नजर आई। पिछले दो दिनों के दौरान लोगों को गर्मी से राहत मिली है। मानसून से पूर्व की इस वर्षा को खरीफ की फसलों की बुआई के लिए काफी बेहतर माना जा रहा है। बदले मौसम का असर दादरी नगर के बाजारों, मंडियों, सार्वजनिक स्थानों इत्यादि पर दिन भर दिखाई दिया। बाजारों में खासी भीड़ रही। हालांकि वर्षा जैसा माहौल बना रहने से लगता था कारोबार में मंदी छाई रह सकती है लेकिन दिन भर ग्रामीण क्षेत्रों के लोग बड़ी संख्या में खरीददारी करने को आए। किसानों के चेहरे खिले
बुधवार सांय व बीती रात को दादरी जिले में औसत 50 एमएम वर्षा रिकार्ड की गई है। इस वर्षा को किसान खरीफ की फसलों की बुआई से पहले बेहतर मान रहे है। विशेषकर बाजरा, कपास, ज्वार, ग्वार, धान इत्यादि की बुआई के लिए वर्षा काफी फायदेमंद साबित हो सकती है। कृषि विभाग के अधिकारी सुनील कुमार बूरा ने बताया कि मानसून से पहले यदि किसान बुआई शुरू कर देते है तो फसलों की बढ़तवार में उन्हें काफी लाभ मिल सकता है। वर्षा से फसलों की बुआई के साथ साथ पशु चारे व मवेशियों के लिए पीने के पानी की समस्या का समाधान हो सकता है। मौसम बना खुशगवार, गर्मी से राहत
पिछले दो दिनों से मानसून से पूर्व की वर्षा के चलते दादरी जिले में मौसम काफी खुशगवार बना रहा। उल्लेखनीय है कि इस सप्ताह सोमवार तक जिले में गर्मी का काफी प्रकोप बना हुआ था। सोमवार को दोपहर दो बजे तक अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। उसके बाद शुरू हुई प्री मानसून वर्षा से गर्मी से काफी निजात मिली है। जानकारों का कहना है कि अगले दो तीन दिनों तक वर्षा का सिलसिला बना रह सकता है। उसके बाद जुलाई के दूसरे सप्ताह तक मानसून की वर्षा शुरू होने से मौसम में बदलाव आता जाएगा। इस बार पिछले वर्ष की अपेक्षा सामान्य से अधिक वर्षा होने का अंदेशा जताया जा रहा है। निकासी के पुख्ता प्रबंधों की मांग
पिछले दो दिनों के दौरान प्री मानसून की हुई वर्षा के कारण पानी की निकासी को लेकर दादरी शहर में जो हालात बने रहे उससे लोगों की ¨चताएं बढ़ी हुई है। लोगों का कहना है कि मानसून की वर्षा से पूर्व प्रशासन, जनस्वास्थ्य विभाग, ¨सचाई विभाग, नगर परिषद इत्यादि विभागों को संयुक्त रूप से कार्य योजना बनाकर वर्षा के पानी की निकासी के पुख्ता इंतजामात करने चाहिए। दादरी शहर के तमाम, नए, पुराने नालों, सीवरेज लाइनों, सीवरेज मेनहोलों की सफाई की जानी चाहिए। इसके अलावा किसी भी प्रकार की आपात स्थिति के लिए जनरेटर्स, डीजल इंजनों, पानी की मोटरों, पंपों, पाइपों इत्यादि की पर्याप्त व्यवस्था की जाती चाहिए। बिजली आपूर्ति ठप होने की सूरत में भी पानी की निकासी हो सके। इसके लिए सभी वैकल्पिक इंतजाम किए जाने चाहिए। इसके लिए जिला स्तर पर एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जाए। जिससे सभी विभागों के अधिकारियों को जोड़ा जाना चाहिए।