10 हजार क्विंटल बाजरे की हुई आवक, दूर तक लगी टै्रक्टरों की कतारें
चरखी दादरी : बाजरा की फसल की सरकारी खरीद के चलते सोमवार को दादरी
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी :
बाजरा की फसल की सरकारी खरीद के चलते सोमवार को दादरी की नई अनाज मंडी में फसल को लेकर आने वाले किसानों की खासी भीड़ देखी गई। अनाज मंडी के अंदर व बाजर में दूर तक ट्रैक्टरों व अन्य वाहनों की कतारें लगी हुई थी। इस दौरान कुछ किसानों ने खरीद के टोकन देने में भेदभाव करने के आरोप भी लगाए लेकिन दूसरी ओर स्थानीय मार्केट कमेटी व खरीद एजेंसी के अधिकारियों ने नियमानुसार प्रक्रिया जारी रहने की बात कही है।
सोमवार सुबह दादरी की नई अनाज मंडी में बाजरा लेकर आने वाले किसानों की भीड़ मंडी के गेटों के बाहर तक देखी गई। गांव महराणा के किसान नरेश, गांव चिड़िया के जयभगवान, सोमवीर, दिनेश, मनोज, मुनेश, विजय इत्यादि ने आरोप लगाया कि खरीद के लिए पहले अधिकारी, कर्मचारी अपने चहेतों को टोकन दे रहे हैं। इससे उन्हें बेहद परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है। किसानों ने बताया कि वे सुबह 10 बजे यहां आए थे जबकि सायं 4 बजे तक उनकी बारी नहीं आई है जबकि कईयों के पहले ही खरीद के टोकन दे दिए गए हैं। दूसरी ओर दादरी मार्केट कमेटी के सचिव बसंत कुमार ने कहा कि खरीद व्यवस्था सुचारू रूप से की जा रही है। किसी भी प्रकार की शिकायत पर तुरंत कार्रवाई हो रही है। सायं तक सभी किसानों की फसल की खरीद के प्रयास किए जा रहे हैं। 336 किसानों की 10 हजार क्विंटल आवक
सोमवार को बाजरा की सरकारी खरीद के लिए 336 किसानों को टोकन जारी किए गए। मंडी में करीब 10 हजार क्विंटल बाजरे की आवक हुई है। देर सायं तक खरीद का कार्य जारी था तथा 8 हजार क्विंटल की खरीद हो चुकी थी। किसानों की बाजरा की फसल 1950 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से सरकार द्वारा घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की जा रही है। इसमें 1500 रुपये सरकार भुगतान कर रही है जबकि 450 रुपये का भुगतान भाव भावांतर योजना के तहत किया जा रहा है। सोमवार को सरकारी एजेंसी हैफेड ने बाजरा की फसल की खरीद की।