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साइबर क्राइम से बचने के लिए महिलाओं को करना होगा इंटरनेट का सुरक्षित उपयोग

साइबर क्राइम से बचने के लिए महिलाओं को करना होगा इंटरनेट का सफल व सुरक्षित उपयोग

By JagranEdited By: Published: Mon, 04 Mar 2019 12:32 AM (IST)Updated: Mon, 04 Mar 2019 12:32 AM (IST)
साइबर क्राइम से बचने के लिए महिलाओं को करना होगा इंटरनेट का सुरक्षित उपयोग
साइबर क्राइम से बचने के लिए महिलाओं को करना होगा इंटरनेट का सुरक्षित उपयोग

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़:

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वैश्य बीएड कॉलेज में एनसीडब्ल्यू की ओर से साइबर व‌र्ल्ड-स्कीम्स एंड स्ट्रेटेजिस फॉर क्राइम अगेंस्ट विमेन विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में सभी वक्ताओं ने साइबर के प्रयोग में स्वतंत्र सतर्कता और सुरक्षा अनिवार्यता पर बल दिया। सेमिनार में प्रात: कालीन सत्र की अध्यक्षता मदवि रोहतक साइकोलॉजी विभाग की प्रोफेसर डा. प्रोमिला बत्रा, मदवि के वूमेन स्टडी सेंटर की उपनिदेशक डा. नीरजा अहलावत, डीएसपी भारती डबास और मदवि के कंप्यूटर साइंस विभाग के प्रोफेसर डा. राजेंद्र छिल्लर ने की। सेमिनार का शुभारंभ मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन व उनकी वंदना से हुआ। सेमिनार के शुभारंभ पर पुलवामा में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि देते हुए 2 मिनट का मौन रखा गया। महाविद्यालय की प्राचार्या डा. आशा शर्मा ने सेमिनार का शुभारंभ करते हुए कहा कि आजकल महिलाओं के प्रति अपराध बढ़ते जा रहे हैं और उसमें साइबर क्राइम भी है। हमें जरूरत है महिलाओं को जागरूक करने की और उन्हें इंटरनेट का सफल व सुरक्षित उपयोग बताने की। ----सोशल साइट्स पर न डाले अपने फोटो : बत्रा डा. प्रोमिला बत्रा ने कहा कि महिलाओं में बहुत सहन शक्ति व आंतरिक शक्ति होती है। बस वो थोड़ी भावुक होती हैं। जरूरत है उन्हें सतर्क रहने की। उन्होंने कहा कि सोशल साइट जैसे कि फेसबुक, इंस्टाग्राम व व्हाट्सएप पर अपनी फोटो न लगाएं। फेक आईडी से सतर्क रहें तथा सोशल मीडिया पर अपनी सारी जानकारी ना डालें। ----रोजमर्रा की गतिविधि फेसबुक न डाले: रेनू सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ हरियाणा महेंद्रगढ़ से आई डा. रेनू यादव ने कहा कि सबसे ज्यादा अपराध फेसबुक से होते हैं। 2017 में 360 अपराध फेसबुक से हुए थे। उन्होंने छात्राओं को कहा कि फेसबुक अकाउंट रखना गलत नहीं है पर गलत है अपनी रोजमर्रा की गतिविधियां फेसबुक पर डालना। रेनू यादव ने श्रोताओं को आगाह करते हुए कहा कि हमें पब्लिक वाई-फाई से पैसे का लेन देन नहीं करना चाहिए। ----गलत मित्र बनाकर इंटरनेट के माया जाल में फंस रही महिलाएं:नीरजा

डा. नीरजा अहलावत ने कहा कि क्योंकि एक महिला को घर में, समाज में इज्जत व प्रशंसा नहीं मिलती। न ही समाज में उनको पहचान मिलती है। इसलिए वह फेसबुक पर अपनी फोटो डालती हैं ताकि उसे प्रशंसा मिल सके और यहीं से वह भावुक होकर अपने सारे पासवर्ड बता देती हैं और गलत मित्र बनाकर इंटरनेट के माया जाल में फंस जाती हैं। इस कारण वह अपराध की शिकार बन जाती है। ----पासवर्ड अपने तक रखें सीमित:भारती डीएसपी भारती डबास ने कहा कि आज तकनीक बहुत एडवांस हो गई है और हम जो सोशल मीडिया पर अपनी फोटो डालते हैं या नहीं डालते तो भी हमारी फोटो का गलत प्रयोग हो जाता है। इसलिए हमें अपने पासवर्ड अपने तक ही सीमित रखने चाहिए तथा गलत साइट पर नहीं जाना चाहिए। ----इंटरनेट की दुनिया रूपहली:गिल मदवि से आए डा. नसीब सिंह गिल ने मध्यकालीन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि इंटरनेट की दुनिया बहुत रुपहली है, क्योंकि एक माउस के क्लिक पर हमें सारी जानकारी प्राप्त हो जाती है। इसलिए हम उसकी और आकर्षित हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि दुनिया में 7.6 बिलियन इंटरनेट प्रयोगकर्ता हैं जिसमें 4.13

बिलियन महिलाएं हैं और 3.25 बिलियन स्मार्टफोन यूजर्स हैं। आजकल साइबर क्राइम बढ़ गया है क्योंकि एक बहुत बड़ी संख्या स्मार्टफोन इस्तेमाल कर रही है। ये भी रहे मौजूद: सेमिनार को वूमैन सेल रोहतक की प्रभारी करमिदर कौर, वैश्य आर्य कन्या महाविद्यालय बहादुरगढ़ की पूर्व प्राचार्या डा. संतोष मुदगिल, शारदा यूनिवर्सिटी की एजुकेशन विभाग की प्रभारी डा. रेनू गुप्ता, महाविद्यालय की प्रबंधन कमेटी से सत्यनारायण अग्रवाल, शिवनारायण गुप्ता, राधेश्याम काबरा, इंद्र कुमार नागपाल, गजानंद गर्ग आदि मौजूद थे। सभी प्रतिभागियों को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया गया। सेमिनार का समापन राष्ट्रगान से किया गया।


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