बोर्ड परीक्षाओं की सहजता और आत्मविश्वास करें तैयारी
बोर्ड परीक्षाओं को सहजता से लें, आत्मविश्वास बनाए रखें
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़: इसी महीने बोर्ड परीक्षाएं होनी हैं। ऐसे में विद्यार्थी और उनके अभिभावक तैयारी तो कर रहें हैं, लेकिन इसका मानसिक दबाव भी महसूस कर रहें हैं। ज्यों-ज्यों परीक्षाएं नजदीक आएंगी, त्यों-त्यों यह दबाव हर साल की तरह बढ़ेगा। यह दबाव ही विद्यार्थियों को तनाव में ला देता है। जिसका परिणाम अप्रिय रूप में सामने आता है। विद्यार्थियों को इसी तनाव से बाहर लाने के उद्देश्य से दैनिक जागरण की ओर से शहर के माडर्न सीनियर सेकेंडरी स्कूल में शनिवार को एक सेमिनार का आयोजन किया गया। सफलता का गुरुमंत्र, परीक्षा से डरे नहीं विषय पर आयोजित सेमिनार में शिक्षाविद राकेश सांगवान और काउंसलिंग विशेषज्ञ मनोज गौतम ने विद्यार्थियों को परीक्षा के दिनों में तनाव से दूर रहने के टिप्स दिए। वक्ताओं ने कई प्रेरक उदाहरण देकर विद्यार्थियों को प्रोत्साहित भी किया। निष्कर्ष यह था कि इन परीक्षाओं को विद्यार्थी सहजता से लें और आत्मविश्वास बनाए रखें। वक्ताओं ने बताया कि परीक्षा में हर किसी को अपना बेहतर प्रदर्शन करना होता है, बस इसी का ध्यान रखें। जाहिर है कि जो पढ़ा है, वहीं लिखना है, तो स्कूल के टेस्ट और इस परीक्षा में कोई अंतर नही। इसलिए घबराएं नहीं। ----कर्म पर ध्यान दें, परिणाम की ¨चता न करें : सांगवान शिक्षाविद् एवं स्कूल के चेयरमैन राकेश सांगवान ने कहा कि बोर्ड की परीक्षाओं को बड़ी सहजता से लेना चाहिए। इसके लिए समय पर ही अपनी तैयारी कर लेनी चाहिए। मेहनत से पढ़ाई करना ही सबसे बढि़या तरीका है। बार्ड परीक्षाओं को कोई हौव्वा न समझें। बस अपने कर्म पर ध्यान दें। किसी तरह के परिणाम की ¨चता न करें। परीक्षा के दिनों में टाइम टेबल जरूरी है। परीक्षा में बैठे तो खुद पर विश्वास होना चाहिए। इन दिनों में सोशल मीडिया व टीवी से दूर रहें। पढ़ाई से जुड़ी जरूरी चीजों के लिए ही इंटरनेट का इस्तेमाल करें। ---क्षमता को निखाने का जरिया है परीक्षा : गौतम काउंस¨लग विशेषज्ञ मनोज गौतम ने कहा कि परीक्षा से डरना नहीं चाहिए। परीक्षा हमारे भीतर की क्षमताओं को निखारने व अभिव्यक्ति करने का एक मात्र साधन हैं। पेड़ पौधे, जीव जंतु सब परीक्षा के दौर से गुजरते हैं। परीक्षा प्रकृति का हिस्सा हैं। उन्होंने बच्चों को परीक्षा के तनाव कम करने के उपाय भी बताए। उन्होंने कहा कि नियमित पढ़ाई, सही खान पान, पर्याप्त मात्रा में नींद व मेडिटेशन के द्वारा परीक्षा के तनाव पर काबू पाया जा सकता है। अच्छा संगीत, खेल कूद व नृत्य भी इसमें कारगर साबित होते हैं। यदि तनाव अधिक हो तो अपनी मां या अन्य किसी सर्वाधिक प्रिय व्यक्ति से बात करना भी तनाव का उपचार हैं। परीक्षा के दिनों में संक्षिप्त नोट बना कर पढ़ाई करें व अपने अध्यापकों के संपर्क में रहें। परीक्षा केंद्र में जाने से पहले सभी जरूरी चीजों ,जैसे एडमिट कार्ड, पेन,पेंसिल स्केल आदि को साथ ले जाना सुनिश्चित कर लें। उन्होंने कहा कि परीक्षा के समय दैनिक जागरण का यह अभियान सराहनीय है। ----मन को एकाग्रचित रखें : सोनी ¨हदी अध्यापिका सोनी डागर ने कहा कि परीक्षा में बैठकर आत्म विश्वास के साथ पेपर पूरा करें। आखिरी दस मिनट में अपने पेपर को दोबारा पढ़ें। महत्वपूर्ण ¨बदुओं को रेखांकित करें। मन को एकाग्रचित करके पेपर की शुरुआत करें। उन्होंने दैनिक जागरण समूह का इस अभियान के लिए आभार व्यक्त किया।