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केबल और मजदूरी बचाने के लिए नियमों को दरकिनार कर लगाई जा रही स्ट्रीट लाइटें

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By JagranEdited By: Published: Mon, 11 Feb 2019 06:52 PM (IST)Updated: Mon, 11 Feb 2019 06:52 PM (IST)
केबल और मजदूरी बचाने के लिए नियमों को दरकिनार कर लगाई जा रही स्ट्रीट लाइटें
केबल और मजदूरी बचाने के लिए नियमों को दरकिनार कर लगाई जा रही स्ट्रीट लाइटें

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : महिला पार्षदों के नाम पर खरीदी गई स्ट्रीट लाइट और बाद में हर वार्ड के लिए खरीदी गई करीब तीन हजार लाइटों में गोलमाल का मामला अब तक ठंडा नहीं पड़ा था कि शहर में लगाई जा रही स्ट्रीट लाइटों में एक और गड़बड़झाला सामने आया है। ताजा मामला शहर के परशुराम रोड व बादली रोड का है।

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यहां पर स्ट्रीट लाइट लगाते समय केबल अंडरग्राउंड की बजाय ओवरहेड लगाई गई हैं, जबकि एस्टीमेट में अंडरग्राउंड केबल दबाने का प्रावधान है। केबल व मजदूरी बचाने के लालच में इन दोनों मार्गो पर नगर परिषद की ओर से लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। एस्टीमेट के अनुसार लाइटों के हर पोल में एमसीबी व हर तीसरे व चौथे पोल में डिजीटल स्विच लगाने का प्रावधान होता है लेकिन मौके पर खंभे से तार जोड़कर बिना किसी स्विच के ही सीधा लाइटों से सीरीज में कनेक्शन कर दिया गया है। एक तरफ तो प्रदेश सरकार हाईटेंशन लाइन भी अंडरग्राउंड दबवा रही है वहीं नगर परिषद अपने मनमाने नियम आम जनता पर लाद रही है। रास्ते के दोनों तरफ की बजाय एक तरफ ही लगाई स्ट्रीट लाइट

अब तक देखने में आया है कि अगर किसी भी मार्ग पर पोल के साथ लाइट लगाई जाती हैं तो मार्ग के दोनों तरफ लगाई जाती हैं और वह भी निर्धारित दूरी पर। अगर मार्ग के बीच में डिवाइडर है तो उस पर एक पोल में दोमुहीं लाइट लगा दी जाती है। मगर नगर परिषद की ओर से गड़बड़झाला करने के लिए अपने नियम खुद ही बना दिए जाते हैं और लाइटें लगा दी जाती हैं। परशुराम मार्ग पर लाइटें लगाई गई हैं लेकिन मार्ग के एक ही साइड में। दूसरी साइड छोड़ दी गई है। यहां पर लाइट सिस्टम से नहीं लगाई हैं। मनमाफिक दूरी पर लगाई गई हैं। विशेषज्ञों की मानें तो मार्ग के दोनों तरफ जिगजैग सिस्टम से हर 20 या 30 मीटर पर लाइट लगाई जानी चाहिए लेकिन यहां पर 15 से 20 मीटर की दूरी पर ही लाइट लगा दी गई है। इस मार्ग पर न तो निर्धारित दूरी में और न ही एक लाइन में लाइटें लगाई गई हैं। करीब 50 लाख रुपये का दोनों मार्गो का टेंडर

नगर परिषद की ओर से परशुराम मार्ग पर लाइटें लगाने के लिए करीब 25 लाख रुपये का टेंडर किया था। यहां पर 43 लाइटें लगाई गई हैं जिनकी कीमत करीब 12.50 रुपये है। वहीं मेला ग्राउंड रोड पर 40 लाइटें लगाई गई हैं और इसी टेंडर में बादली रोड पर 35 लाइटें लगाई जा रही हैं। इन दोनों मार्गाें का टेंडर भी करीब 25 लाख रुपये का है। सीएम को करूंगा शिकायत : सहवाग

वार्ड 12 की पार्षद के पति समुंद्र सहवाग ने बताया कि नगर परिषद की ओर से लाइटों में भारी गोलमाल किया जा रहा है। मनमाने ढंग से बादली रोड व परशुराम मार्ग पर लाइटें लगाई गई हैं। वे इस पूरे मामले की शिकायत सीएम से करेंगे।

यह रहा अधिकारी और ठेकेदार का तर्क

परशुराम मार्ग लुहार जाति के लोगों की सड़क पर ही झुग्गियां होने की वजह से केबल ऊपर से डाली गई है। साथ ही केबल की मरम्मत ठीक ढंग से हो सके इसीलिए ऊपर से ही डाली गई है।

अनिल कुमार, जेई, नगर परिषद बहादुरगढ़। जमीन की कम उपलब्धता की वजह से परशुराम मार्ग पर लगाई गई स्ट्रीट लाइटों की केबल ऊपर से लगाई गई है। कई जगह जमीन में केबल दबाने की वजह से लोग रोक लगा देते हैं इसी वजह से स्ट्रीट लाइटों में ऊपर से केबल दबाई गई है।

प्रमोद, ठेकेदार नगर परिषद।


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