शहर में सन्नाटा, फैसले के इंतजार में टीवी सेट से चिपके रहे लोग
अमित पोपली, झज्जर सुनारिया स्थित जेल में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की विशेष अदालत द्वारा स
अमित पोपली, झज्जर
सुनारिया स्थित जेल में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की विशेष अदालत द्वारा सुनाए गए फैसले के इंतजार में दिनभर लोग टीवी सेट से चिपके रहे। घर हो या बाजार में स्थित कोई दुकान। सजा सुनाए जाने से पहले और सुनाए जाने के बाद। हर जगह एक ही जिक्र रह-रह कर सामने आया। डेरा प्रमुख बाबा राम रहीम से जुड़े हुए मामलों को लेकर चर्चा। क्योंकि जिला प्रशासन ने पहले से ही स्कूल, कॉलेज और दूसरी शैक्षणिक संस्थाओं की छुट्टी कर दी थी। यातायात के साधनों पर लगी ब्रेक का असर यह हुआ कि शहर भर में दिन भर सन्नाटा पसरा हुआ दिखाई दिया। रविवार की छुट्टी के बाद उम्मीद की जा रही थी कि सोमवार को यहां कारोबार के स्तर पर हलचल दिख सकती है। लेकिन हुआ उसके विपरीत ही। सोमवार को दोपहर बाद सीबीआई कोर्ट ने डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को दस साल कैद की सजा सुनाई। टीवी पर मिल रहे लगातार अपडेट से जुड़ते हुए लोगों ने जहां अपनी जिज्ञासा को शांत किया। वहीं, इस मसले पर अपनी राय देते हुए लोगों ने सरकार एवं पुलिस के स्तर पर उठाए जा रहे कदमों पर अपनी प्रतिक्रिया भी दी। पंचकूला में तीन दिन पूर्व घटना के बाद पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों के बयान आ रहे थे। उससे ऐसा तो पहले ही स्पष्ट हो गया था कि माहौल में अब शांति बनी रहेगी और हुआ भी वैसा ही। जिससे लोगों के मन में राहत भी दिखी। बहरहाल, डेरा प्रमुख को सजा सुनाए जाने के बाद लोगों का मानना है कि अब इंटरनेट सहित अन्य सुविधाएं बहाल कर दी जानी चाहिए। ताकि एहतियात के तौर पर उठाए गए कदमों के आए सकारात्मक परिणाम के बाद अब जनजीवन वापिस पटरी पर लौट सके।
बॉक्स : पिछले चार दिनों से ऐसा माहौल बना हुआ है कि सड़कों पर वाहन कम नजर आ रहे हैं। लोग न तो पेट्रोल पंपों पर तेल डलवाने पहुंच रहे हैं और ना ही अन्य जरूरी कार्यों को निपटाने के लिए। छारा चुंगी रोड़ स्थित नाम चरचा घर की बात हो तो यहां पिछले दो दिन से कोई डेरा प्रेमी नहीं आया। हालांकि अदालत के फैसले से पहले डेरा प्रेमियों ने सत्संग किया था। फैसले के बाद ज्यादातर डेरा प्रेमी नाम चर्चा घर से चले गए। इसी मार्ग पर पुलिस के स्तर पर लगाए गए नाकों को भी सोमवार को करीब-करीब हटा दिया गया। क्षेत्र में पुलिस तो मौजूद थी। लेकिन नाकों को हटाते हुए आमजन को अहसास करवाया गया कि सभी कुछ सामान्य है और किसी को भी पैनिक होने की जरूरत नहीं है। हां, बाहरी क्षेत्रों की बात करें तो वहां पर पुलिस की मौजूदगी का अहसास जरूर हुआ। एसएसपी बी. सतीश बालन के दिशा निर्देशानुसार रोहतक की ओर जाने वाले मुख्य मार्गों पर अतिरिक्त स्टॉफ की तैनाती करते हुए पुख्ता स्तर पर चै¨कग की गई। ताकि रोहतक में पहुंचने वाले लोगों पर बराबर नजर रखी जा सके।
बॉक्स : गुरमीत राम रहीम को सजा सुनाए जाने से पहले और बाद में सड़कों पर सन्नाटा रहा। स्कूल, कालेज बंद रहने से भी चहल पहल कम दिखी। नेट सेवा बंद रहने से भी लोगों को परेशानी हुई है। सोमवार को पूरे देश की नजर रोहतक पर टिकी हुई दिखाई दी। हर चैनल पर प्राथमिकता से दिखाए जा रहे इस समाचार को लोगों ने भी खूब त्वज्जो दी। हालांकि यह तो स्पष्ट हो चुका था कि डेरा प्रमुख को सजा सुनाई जाएगी। लेकिन लोगों में यह उत्सुकता दिखी कि सजा कितनी सुनाई जाती है। सजा सुनाए जाने के बाद सभी ने अपने-अपने ढंग से प्रतिक्रिया भी दी और स्पष्ट रूप से फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि ऐसे कठोर कदम और कड़े फैसले बेशक ही समाज के समक्ष नजीर है।