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बहादुरगढ़ की 20 कालोनियों की बेहतर होगी सीवरेज व्यवस्था

बहादुरगढ़ की 20 कालोनियों की बेहतर होगी सीवरेज व्यवस्था

By JagranEdited By: Published: Wed, 24 Oct 2018 01:13 AM (IST)Updated: Wed, 24 Oct 2018 01:13 AM (IST)
बहादुरगढ़ की 20 कालोनियों की बेहतर होगी सीवरेज व्यवस्था
बहादुरगढ़ की 20 कालोनियों की बेहतर होगी सीवरेज व्यवस्था

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़:

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केंद्र सरकार की अटल मिशन फॉर रीजूवेनेशन एंड अर्बन ट्रांसफोर्मेशन(अमरूत) के तहत शहर की सीवर व्यवस्था सु²ढ़ करने के लिए लगाए गए टेंडर की वित्तीय बिड भी खोल दी गई है। वित्तीय बिड खोले जाने पर टेंडर से साढ़े 28 फीसद अधिक रेट एक एजेंसी के आए, जो लोवेस्ट थे। टेंडर के लिए गठित कमेटी के निर्देश पर यह एजेंसी नेगोसिएशन के बाद साढ़े 28 की बजाय 24 फीसद अधिक रेट पर काम करने को तैयार हो गई है। यानी टेंडर के करीब 43 करोड़ के 24 फीसद अधिक रेट किए जाने पर करीब 53 करोड़ रुपये खर्च करके शहर में सीवर व्यवस्था सुदृढ़ की जाएगी। अगर सब कुछ ठीक ठाक रहा तो शहरी स्थानीय निकाय विभाग की ओर से कम वित्तीय बिड वाली इस एजेंसी को वर्क आर्डर दे दिया जाएगा और उसके बाद शहर में सीवर लाइन दबाने का काम शुरू कर दिया जाएगा।

दरअसल, शहरी स्थानी निकाय विभाग की ओर से शहर की 20 से ज्यादा कालोनियों में सीवर लाइन डालने के लिए कुछ माह पूर्व टेंडर लगाया गया था। करीब 43 करोड़ के इस टेंडर में बिड न आने की वजह से कई बार टेंडर डालने के लिए समय बढ़ाया गया था। करीब एक माह पहले ही इस टेंडर में दो एजेंसियों ने बिड भरी थी, जिसमें गिरधारी लाल अग्रवाल कांट्रेक्टर व भूमि इंफ्रास्टक्चर ने ज्वाइंट वेंचर में योगीराज कंस्ट्रक्शन कंपनी व मनू कंस्ट्रक्शन कंपनी शामिल थी। तकनीकी बिड के बाद अब इनकी वित्तीय बिड खोली गई हैं जिसमें भूमि इंफ्रास्टक्चर वाली ज्वाइंट वेंचर कंपनी के रेट कम पाए गए हैं। नगर परिषद अधिकारियों के अनुसार इस एजेंसी ने टेंडर के मूल रेट से साढ़े 28 फीसद अधिक रेट पर काम करने के लिए बिड भरी थी, मगर नेगोसिएशन के बाद 24 फीसद अधिक रेट पर यह एजेंसी काम करने को तैयार हो गई। ऐसे में इस एजेंसी को वर्क आर्डर देने की तैयारी शुरू कर दी गई है। करीब 93.46 किलोमीटर लंबी सीवर लाइन डाली जाएगी, फिलहाल शहर में है 239 किलोमीटर लंबी सीवर लाइन:

अमृत योजना के तहत शहर में सीवर व्यवस्था का डिजाइन वर्ष 2048 तक को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। टेंडर के अनुसार शहर में विभिन्न क्षमता के करीब 93.46 किलोमीटर लंबी सीवर लाइन डालने का प्रावधान है। इसमें 4.76 किलोमीटर लंबी पुरानी पाइप लाइन भी बदलना शामिल है। फिलहाल शहर की करीब 335 किलोमीटर लंबी गलियों में 239 किलोमीटर लंबी सीवर लाइन दबी हुई है। नई सीवर लाइन दबने से पूरे शहर में सीवर लाइन की लंबाई करीब 329 किलोमीटर तक पहुंच जाएगी। नई सीवर लाइन से 20 से ज्यादा कालोनियों के 50 से 80 हजार लोगों को फायदा होगा। सीवर लाइन प्रोजेक्ट के तहत शहर में विभिन्न आकार के 2202 मैनहोल भी बनाए जाएंगे। कितने आकार की कितने मीटर दबाई जाएगी लाइन:

पाइप लाइन क्षमता लंबाई

200 एमएम 77184

250 एमएम 5706

300 एमएम 4611

400 एमएम 1542

500 एमएम 465

600 एमएम 955

700 एमएम 177

800 एमएम 358

900 एमएम 1175

1200 एमएम 1285

कुल 93458 आकार अनुसार मेनहोल की संख्या

1000 एमएम 862

1200 एमएम 1070

1500 एमएम 238

1800 एमएम 32

कुल 2202 खोल दी गई वित्तीय बिड, जल्द दिया जाएगा वर्क आर्डर:अपूर्व इस बारे में नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी अपूर्व चौधरी ने बताया कि अमरूत योजना के तहत सीवर के टेंडर की वित्तीय बिड भी खोल दी गई है। 24 फीसद अधिक रेट पर एक एजेंसी काम करने को तैयार है। जल्द ही इस एजेंसी को वर्क आर्डर दे दिया जाएगा और शहर में सीवर लाइन दबाने का काम शुरू कर दिया जाएगा।


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