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नियम 134ए: 3,556 आवेदन, 3061 ने दी परीक्षा, अब 17 को आएगा परिणाम

नियम 134ए 3556 आवेदन 3061 ने दी परीक्षा अब 17 को आएगा परिणाम

By JagranEdited By: Published: Mon, 15 Apr 2019 01:24 AM (IST)Updated: Mon, 15 Apr 2019 06:39 AM (IST)
नियम 134ए: 3,556 आवेदन, 3061 ने दी परीक्षा, अब 17 को आएगा परिणाम
नियम 134ए: 3,556 आवेदन, 3061 ने दी परीक्षा, अब 17 को आएगा परिणाम

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : शिक्षा के नियम 134ए के तहत प्राइवेट स्कूलों में दाखिलों के लिए रविवार को बच्चों की परीक्षा आयोजित की गई। आवेदन तो विभाग के पास 3 हजार 556 आए थे, मगर परीक्षा 3061 ने ही दी। 495 परीक्षार्थी गैर हाजिर रहे। अब 17 अप्रैल को परिणाम आएगा। इस बीच परीक्षा के दौरान व्यवस्था संभालने में पुलिस को भी पसीना बहाना पड़ा। परीक्षा केंद्रों में बच्चों के प्रवेश से लेकर निकास भी आसान नहीं रहा। दो घंटे की परीक्षा के दौरान सभी केंद्रों के बाहर अभिभावकों का भारी हुजूम लगा रहा।

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पिछले साल की अपेक्षा इस बार आवेदन दुगुने से भी अधिक आए थे। इसीलिए तीन प्राइवेट स्कूलों में परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। तीनों केंद्रों के सभी कमरों में एक सरकारी और एक प्राइवेट शिक्षक की ड्यूटी लगाई गई थी। ----प्रवेश और निकास के समय रहा हो हल्ला इस बार साढ़े तीन हजार आवेदन थे। लगभग तीन हजार बच्चे परीक्षा देने पहुंचे थे। एक भी बच्चा ऐसा नहीं था जिसके साथ घर का कोई सदस्य उनके साथ न आया हो। छोटे बच्चों के साथ तो घर के दो-दो सदस्य आए थे। इसी वजह से सभी परीक्षा केंद्रों के बाहर अभिभावकों की भारी भीड़ जुट गई थी। जब बच्चों का परीक्षा केंद्रों में प्रवेश शुरू हुआ तो ज्यादातर के अभिभावक भी साथ जाने लगे। इससे व्यवस्था न बिगड़ जाए इसीलिए वहां तैनात पुलिस ने अभिभावकों को बाहर कर दिया। इससे गेट के बाहर हो हल्ला मच गया। छोटे-छोटे कई बच्चे तो रोने लगे। मुश्किल से पुलिस ने इस स्थिति को संभाला और सभी बच्चों को अंदर भेजा। परीक्षा खत्म होने तक अभिभावक परीक्षा केंद्र के गेट और दीवारों से चिपके रहे। गर्मी ज्यादा होने के कारण कुछ ने तो इधर-उधर छांव तलाशी मगर ज्यादातर तो बच्चों की चिता में धूप में ही तपते रहे। बाद में जब परीक्षा खत्म होने का समय हुआ, तब फिर से अभिभावकों में बेताबी बढ़ गई। गेट बंद करके पुलिस अंदर रही और बाहर से भीड़ अंदर घुसने को आतुर थी। परीक्षा के बाद बच्चों को बाहर भेजने में भी पुलिस-प्रशासन ने सूझबूझ दिखाई। पहले सभी छोटे बच्चों को स्कूल परिसर में एकत्रित किया। उनके अभिभावकों को अंदर बुलाया और बच्चों को उन्हें सौंपा। बाहर निकलते समय जिन बच्चों के साथ परिवार का कोई सदस्य नजर नहीं आया, ऐसे बच्चों को तुरंत पुलिस ने संभाल लिया और अंदर ही रखा। बाद में अनाउंसमेंट करके ऐसे बच्चों के अभिभावकों को बुलाया और उन्हें सौंपा। पुलिस।प्रशासन और शिक्षा विभाग ने अपनी तरफ से तो व्यवस्था बनाने में कसर नहीं छोड़ी, मगर फिर भी अभिभावकों ने व्यवस्था को लेकर नाराजगी जताई। बीएसएम स्कूल के बाहर भारी भीड़ के चलते एसडीएम की गाड़ी को भी निकलने में वक्त लगा। ----आखिरी समय तक दिए गए रोल नंबर, 495 बच्चे रहे गैर हाजिर वैसे तो दो दिनों तक खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय से इस परीक्षा के लिए रोल नंबर जारी किए गए थे। मगर फिर भी काफी ऐसे अभिभावकों को उनके बच्चों के रोल नंबर नहीं मिल पाए थे, जिन्होंने ऑनलाइन आवेदन तो किया था, मगर वह नियमानुसार हो नहीं पाया था। जो आवेदन विभाग की साइट पर नहीं पहुंचे, उनके रोल नंबर यहां से जारी नहीं हो पाए थे। मगर शनिवार की शाम को 91 विद्यार्थियों की सूची विभाग के पास मुख्यालय से पहुंच गई थी। इन 91 बच्चों को भी रोल नंबर जारी करने के निर्देश दिए गए थे। ऐसे में यह व्यवस्था की गई थी कि ऐसे बच्चों के रोल नंबर परीक्षा केंद्र के बाहर ही दिए जाएंगे। इनमें से कुछ अभिभावक तो बच्चों को लेकर पहुंच गए थे और कुछ नही पहुंचे। फिर भी कुल मिलाकर 495 बच्चे परीक्षा से गैर हाजिर रहे। एसडीएम और बीईओ ने किया निरीक्षण

अब तक तो हर साल यह परीक्षा शहर के रेलवे रोड पर स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में होती रही है, मगर इस बार आवेदन कहीं ज्यादा थे। ऐसे में शिक्षा विभाग की ओर से प्राइवेट स्कूलों में ही परीक्षा केंद्र बनाए दिए गए थे। दूसरी से चौथी कक्षा तक का परीक्षा केंद्र बीएसएम स्कूल, पांचवीं से आठवीं तक श्रीरामा भारती स्कूल व नौंवी से बारहवीं तक की परीक्षा डीएस आर्य स्कूल में हुई। एसडीएम तरुण पावरिया और बीईओ सुनील कोहली ने परीक्षों केंद्रों का निरीक्षण किया। नोडल आफिसर रवि धनखड़ व दाखिला समिति सदस्य सतीश शर्मा ने बताया कि अब 17 अप्रैल को परिणाम जारी कर दिया जाएगा। बीएसएम स्कूल में ऋषि सहरावत, रामा भारती में राजबीर सिंह, डीएस आर्य स्कूल में शेर सिंह को पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया था। भाविप ने की जल सेवा:

परीक्षा केंद्रों के बाहर अभिभावकों की भारी भीड़ को देखते हुए भारत विकास परिषद की ओर से जल सेवा की गई। परिषद के मूलचंद जोशी, एस सी नेहरा, अध्यक्ष सतीश शर्मा, रमेश सुखीजा, नीरज बंसल, वीरेंद्र कौशिक, राजेश खंडेलवाल ने पानी के 50 कैंपर परीक्षा केंद्र के बाहर रखवाए ताकि गर्मी के इस मौसम में अभिभावकों को पानी के लिए इधर-उधर न भटकना पड़े। एसडीएम ने इस पर भाविप की सराहना की। --- शांतिपूर्वक परीक्षा आयोजित की गई। पुलिस-प्रशासन का भी पूरा सहयोग मिला। अब निर्धारित तिथि को परिणाम जारी कर दिया जाएगा।

--सुनील कोहली, बीईओ, बहादुरगढ़


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