मेट्रो पिलरों के पास धंस रही सड़क, रेन वाटर हार्वे¨स्टग सिस्टम के हॉल भी खुले पड़े, हरकत में आया बीएंड आर विभाग
शहर में मेट्रो लाइन के लिए बने पिलर के साथ-साथ सड़क धंसने के बाद पीडब्ल्यूडी बी एंड आर विभाग हरकत में आ गया है। एक तरफ मेट्रो लाइन के नीचे बनाए गए रेन वाटर हार्वे¨स्टग सिस्टम के चेंबर हॉल भी सफाई न होने के कारण ठप हो रहे हैं तो दूसरी तरफ पिलर के साइड में कुछ-कुछ दूरी तक सड़क धंस रही है। ऐसा किस वजह से हो रहा है यह जानने के लिए बी एंड आर विभाग की टीम ने दौरा भी किया। इस संबंध में अब डीएमआरसी को पत्र लिखकर इन खामियों की जांच करने और मरम्मत की सिफारिश की गई है। मेट्रो को शहर में आए दह महीने से ज्यादा का समय हो चुका है। सांखौल गांव तक
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : शहर में मेट्रो लाइन के लिए बने पिलर के साथ-साथ सड़क धंसने के बाद पीडब्ल्यूडी बी एंड आर विभाग हरकत में आ गया है। एक तरफ मेट्रो लाइन के नीचे बनाए गए रेन वाटर हार्वे¨स्टग सिस्टम के चेंबर हॉल भी सफाई न होने के कारण ठप हो रहे हैं तो दूसरी तरफ पिलर के साइड में कुछ-कुछ दूरी तक सड़क धंस रही है। ऐसा किस वजह से हो रहा है यह जानने के लिए बी एंड आर विभाग की टीम ने दौरा भी किया। इस संबंध में अब डीएमआरसी को पत्र लिखकर इन खामियों की जांच करने और मरम्मत की सिफारिश की गई है।
मेट्रो को शहर में आए दस महीने से ज्यादा का समय हो चुका है। सांखौल गांव तक मेट्रो के लिए एलिवेटेड ट्रैक बनाया गया है। दिल्ली रोहतक रोड के डिवाइडर पर बने पिलरों के साथ-साथ अब सड़क धंस रही है। इसके अलावा लाइन के नीचे डीएमआरसी द्वारा रेन वाटर हार्वे¨स्टग सिस्टम बनाया गया है। इसके लिए प्लास्टिक के पाइप पिलरों के साथ लगाए गए हैं। पिलरों के बीच में ही लाइन डालकर बिलकुल बीच में बो¨रग की गई है। पिलर के साथ और बीच में चेंबर हॉल बनाए गए हैं ताकि ट्रैक पर गिरने वाला बारिश का पानी सीधा इन चेंबरों के जरिये भू गर्भ में चला जाए। मगर ज्यादातर जगह पर ये चेंबर हॉल खुले पड़े हैं। इनमें कूड़ा करकट भरा जा रहा है। इसी कारण बारिश का पानी भू गर्भ तक नहीं पहुंच रहा। कई जगह इसके कारण डिवाइडर पर लगी इंटरलॉ¨कग टाइल भी धंस चुकी हैं। यह समस्या तो थी ही अब पिलरों के साथ-साथ सड़क के धंसने की भी नौबत आ रही है। खुद बी एंड आर विभाग के अधिकारी भी इससे हैरान हैं। मेट्रो की यह व्यवस्था बी एंड आर के हवाले की गई है। ऐसे में विभाग ने डीएमआरसी को पत्र लिखने की तैयारी कर ली है। इसमें इन खामियों को दूर करने की सिफारिश की जाएगी। साथ ही यह डिमांड भी रखी जाएगी कि यदि डीएमआरसी की तरफ से पैसा डिपॉजिट किया जाता है तो विभागीय इन खामियों को ठीक कर देगा। जो चेंबर हॉल खुले पड़े हैं, उनको कवर करने के लिए भी ढक्कन के साइज की पैमाइश विभाग ने कर ली है। ---कई जगह मेट्रो पिलरों के साथ-साथ सड़क धंसी है। ऐसा किस वजह से हो रहा है। इसकी जांच की जाएगी। डीएमआरसी को भी पत्र लिखा जाएगा। उसके बाद इस पर कदम उठाया जाएगा। तब तक सड़क में बने गड्ढों को अस्थायी रूप से भरा जाएगा।
--के एस पठानिया, एक्सईएन, बी एंड आर