वेस्ट जुआं ड्रेन पर साढ़े चार घंटे की कार्रवाई 40 साल से बने अवैध कब्जे हटाए, 30 से ज्यादा मकान और 20 झुग्गियों को किया साफ, भेदभाव का आरोप लगाकर युवती ने जेसीबी चालक को ईट दिखाकर किया हंगामा
वेस्ट जुआं ड्रेन पर कबीर बस्ती के पावर हाउस स्थित पुल के पास की सबसे विवादित जमीन पर करीब 40 सालों से बने अवैध कब्जों को प्रशासन की टीम ने बड़े ही शांतिपूर्ण ढंग से ढहा दिया। प्रशासनिक अमले ने साढ़े चार घंटे की कार्रवाई में 30 मकान, जिनमें तीन दुकान शामिल हैं को तोड़ दिया और 20 झुग्गियों को हटा दिया। लोगों ने प्रशासन की टीम को देखकर विरोध तो किया लेकिन भारी पुलिस बल के सामने उनकी एक न चल सकी और यह विरोध तुरंत मिन्नतों में बदल गया।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़:
वेस्ट जुआं ड्रेन पर कबीर बस्ती के पावर हाउस स्थित पुल के पास की सबसे विवादित जमीन पर करीब 40 सालों से बने अवैध कब्जों को प्रशासन की टीम ने बड़े ही शांतिपूर्ण ढंग से ढहा दिया। प्रशासनिक अमले ने साढ़े चार घंटे की कार्रवाई में 30 मकान, जिनमें तीन दुकान शामिल हैं को तोड़ दिया और 20 झुग्गियों को हटा दिया। लोगों ने प्रशासन की टीम को देखकर विरोध तो किया लेकिन भारी पुलिस बल के सामने उनकी एक न चल सकी और यह विरोध तुरंत मिन्नतों में बदल गया।
12 बजे शुरू हुई तोड़फोड़ कार्रवाई साढ़े चार बजे तक चली। मौके पर एसडीएम जगनिवास भी पहुंचे और अधिकारियों को शांतिपूर्ण ढंग से अवैध कब्जे तोड़ने के दिशा-निर्देश देकर वापस लौट गए। अब इस प्रोजेक्ट पर तेजी से काम होगा और बहुत जल्द ही ड्रेन पर नाला और दोनों तरफ सड़क बनकर तैयार हो जाएगी, जिससे लाखों लोगों को फायदा होगा। ड्रेन के अन्य हिस्सों पर बने अवैध कब्जों को भी बहुत जल्द ही तोड़ने की कार्रवाई की जाएगी। इस तरह चली कार्रवाई
शहर के ड्रीम प्रोजेक्ट वेस्ट जुआं ड्रेन के अवैध कब्जे हटाने को लेकर बुधवार को नगर परिषद ने करीब 150 कब्जाधारियों को छह घंटे का नोटिस देकर चेतावनी दी थी। नोटिस से घबराए कुछ लोगों ने तो बृहस्पतिवार सुबह से ही अपने अवैध कब्जे हटाने शुरू कर दिए थे। सुबह कार्यालय खुलते ही नगर परिषद ने थाना शहर से संपर्क कर पुलिस बल की मांग की। पुलिस बल मिलते ही करीब 12 बजे ड्यूटी मजिस्ट्रेट नायब तहसीलदार श्रीभगवान के नेतृत्व में थाना शहर प्रभारी सुरेंद्र, नप के एमई ओमदत्त, एलओ नीरज शर्मा, बीआइ विवेक जैन और पूरा प्रशासनिक अमला वेस्ट जुआं ड्रेन पर पावर हाउस के नजदीक कबीर बस्ती के पुल पर जा धमका। यहां पर करीब तीन दुकान व चार-पांच मकान काफी बाधा बने हुए थे, जिनकी वजह से मशीनों को रास्ता नहीं मिल रहा था। यहां पर जाते ही एमई ओमदत्त ने लोगों को अपने मकानों व दुकानों का सामान खाली करने की चेतावनी दी तो माहौल एकदम गर्मा गया। लोगों ने पहले तो हंगामा किया और बाद प्रशासनिक अधिकारियों के सामने हाथ जोड़कर काफी मिन्नतें की कि वे उन्हें कुछ दिन की मोहलत दे दें लेकिन एमई ने कहा कि पहले कई बार मोहलत दी जा चुकी है लेकिन अब कार्रवाई होगी। आप सामान हटा लो वरना जेसीबी चला दी जाएगी। ऐसे में जब प्रशासनिक अधिकारियों ने जेसीबी आगे बढ़ाई तो तुरंत लोगों ने अपनी दुकानों व मकानों का सामान हटा लिया और छत खुद ही उखाड़ ली। इसके बाद प्रशासन ने जेसीबी की मदद से इन्हें तोड़ दिया। पावर हाउस की तरफ बने धर्मवीर वर्मा के भतीजे के मकान को न तोड़ा तो युवती ने किया हंगामा, दबाव में पैमाइश करवाकर की तोड़फोड़ वेस्ट जुआं ड्रेन पर पूरी कार्रवाई शांतिपूर्वक ढंग से चल रही थी लेकिन ड्रेन पर पावर हाउस की तरफ बने कुछ मकानों में तोड़फोड़ के बाद नप के पूर्व वाइस चेयरमैन धर्मवीर वर्मा के भतीजे के मकान को छोड़ दिया गया और जेसीबी दूसरे किनारे की तरफ बने मकानों को तोड़ने के लिए चल पड़ी। ऐसे में दूसरी तरफ अपने मकान की छत पर बैठी युवती ने जेसीबी चालक की तरफ ईट दिखाते हुए चेतावनी दी कि पहले दूसरी तरफ से सभी मकानों को तोड़ा जाए उसके बाद उनके मकानों को तोड़ा जाए। इस पर युवती व उसकी बहन और अन्य परिजनों ने हंगामा कर दिया। मौके पर खड़ी महिला पुलिस ने दोनों युवतियों को मौके से एक तरफ कर दिया और मामला शांत करने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों ने तुरंत उस मकान की पैमाइश की और ड्रेन की जमीन के हिस्से को तोड़ दिया। फिर दूसरी तरफ के मकानों व झुग्गियों को ढहाकर पुलिस व प्रशासन की टीम लौट गई। अब सांखोल की तरफ हटाए जाएंगे अवैध कब्जे, फिर एचएनजी व अनाज मंडी की तरफ होगी कार्रवाई
नगर परिषद की ओर से सबसे विवादित जमीन पर बने अवैध कब्जों को बड़ी ही शांतिपूर्ण तरीके से हटा दिया गया है। अब कुछ दिन बाद पुलिस फोर्स मिलते ही अगले सप्ताह सांखोल की तरफ के अवैध कब्जे हटाए जाएंगे। यहां पर करीब 25 लोगों ने अवैध कब्जे कर रखे हैं जो नाला बनने के बाद उसके दोनों तरफ सड़क बनने में बाधा बन रहे हैं। पहले इन्हें तोड़ा जाएगा और उसके बाद अनाज मंडी व एचएनजी की तरफ के अवैध कब्जे तोड़े जाएंगे। ड्रेन पर 40 सालों से था 283 लोगों का कब्जा, 2017 में हुई पैमाइश में हुआ था खुलासा
वेस्ट जुआं ड्रेन पर करीब 40 सालों से 283 लोगों का कब्जा बना हुआ था। हर साल पैमाइश भी होती थी लेकिन जैसे ही प्रोजेक्ट को 24 जुलाई 2016 को मंजूरी मिली थी तो वर्ष 2017 में वेस्ट जुआं ड्रेन की टोटल सब स्टेशन मशीन से पैमाइश की गई थी, जिसमें करीब 283 लोगों के कब्जे मिले थे। करीब छह माह पहले इस ड्रेन पर काम होना शुरू हुआ था लेकिन अब तक करीब 30 फीसद ही काम हो सका था। अवैध कब्जे न हटाए जाने की वजह से यहां पर काम मंद गति से चल रहा था। मगर अब इस काम में तेजी आने की संभावना है। 66 करोड़ का है वेस्ट जुआं ड्रेन का प्रोजेक्ट
वेस्ट जुआं ड्रेन का प्रोजेक्ट पिछले कई सालों से अटका पड़ा था। विधायक नरेश कौशिक की मांग पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस प्रोजेक्ट को सिरे चढ़ाने के लिए शर्त रखी थी कि अगर अवैध कब्जे हट जाएंगे तो वे उसकी मंजूरी देने को तैयार हैं। विधायक ने भरोसा दिलाया था और यह प्रोजेक्ट ड्रेन की पूरी चौड़ाई 99 फीट की जगह 80 फीट का मंजूर किया गया था। इसमें नाला यानी ड्रेन सिर्फ 10 फीट की ही बनाई जा रही है। 20-20 फीट के रोड होंगे। पांच-पांच फीट के साइकिल ट्रैक और एक तरफ 10 फीट में पार्किग होगी तो दूसरी तरफ शेष जमीन में फुटपाथ बनाया जाएगा।
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शांतिपूर्ण ढंग से हुई कार्रवाई के दौरान बृहस्पतिवार को करीब 30 मकान व 20 झुग्गियां तोड़ दी गई हैं। उन्होंने अन्य कब्जाधारियों को भी चेतावनी दी है कि वे अपने अवैध कब्जों को खुद ही ढहा लें वरना बहुत जल्द ही कार्रवाई करते हुए उन्हें भी तोड़ दिया जाएगा।
-ओमदत्त, एमई, नगर परिषद।