किसानों को दिल्ली कूच से रोकने के लिए कंटीली तार के बेरिकेड, कंक्रीट और मिट्टी से भरे कंटेनर की तीन दीवार
Farmers Protest किसानों के दिल्ली कूच को लेकर हरियाणा पुलिस ने भी बॉर्डरों पर चौकसी बढ़ा दी है। टीकरी बॉर्डर से ठीक डेढ़ किलोमीटर पहले ही यहां पर प्रशासन ने तीन अलग-अलग तरह की दीवार बना दी है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस मौजूदगी के बावजूद भी केएमपी एक्सप्रेस-वे के पास मंगलवार को आधी रात के बाद दो बजे लूटपाट हो गई।
कृष्ण कुमार, बहादुरगढ़। किसानों के दिल्ली कूच के आह्वान को लेकर हरियाणा पुलिस ने बहादुरगढ़ के सेक्टर नौ मोड़ बाईपास पर कड़े इंतजाम किए हैं। टीकरी बॉर्डर से ठीक डेढ़ किलोमीटर पहले ही यहां पर प्रशासन ने तीन अलग-अलग तरह की दीवार खड़ी कर दी हैं।
किसानों को किसी भी सूरत में दिल्ली में नहीं मिलेगी एंट्री-पुलिस
टीकरी बॉर्डर(Tikri Border) पर दिल्ली की तरफ भी दिल्ली पुलिस की ओर से कंक्रीट की दीवार बनाई गई है। आधी रात से ही करीब 40 कामगारों ने यहां पर कंक्रीट भरकर दीवार बनाने का काम किया। पुलिस की ओर से किसानों को किसी भी सूरत में दिल्ली में एंट्री नहीं करने दी जाएगी। इसके लिए सीमेंट और कंक्रीट से 5-7 फीट ऊंची 100 फीट से ज्यादा लंबी दीवार बनाई जा रही है।
चप्पे-चप्पे पर पुलिस मौजूद, फिर भी हुई लूट
वहीं दूसरी तरफ किसानों के दिल्ली कूच को लेकर चप्पे-चप्पे पर पुलिस मौजूद है। फिर भी केएमपी एक्सप्रेस-वे के पास मंगलवार को आधी रात के बाद दो बजे लूट हो गई। गाजियाबाद के लोनी से बहताहाजीपुर का रहने वाला झब्बर पुत्र जमालुदीन अपनी छोटा हाथी गाड़ी क्रमांक डीएल-1एलई-7254 में घर का सामान लेकर बहादुगढ़ से केएमपी के रास्ते अपने घर जा रहा था।
जब केएमपी के आसौदा पुल के पास पहुंचा तो तीन-चार बदमाशों ने अपनी ईको गाड़ी उसके आगे अड़ा दी और पिस्तौल के बल पर उससे 23 हजार रुपये छीनकर फरार हो गए। झब्बर ने इसकी सूचना पुलिस को दी। आसौदा थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पीड़ित के बयान लिए। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
दिल्ली पुलिस ने टीकरी बॉर्डर को भी पूरी तरह से किया बंद
पहली कंटीली तारों वाले बेरिकेड, दूसरी छह फीट चौड़ी सीमेंट कंक्रीट और तीसरी मिट्टी से भरे कंटेनर की दीवार शामिल हैं। इन तीन दीवारों से दिल्ली आवागमन पूरी तरह बाधित है। उधर, दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने टीकरी बॉर्डर को भी पूरी तरह बंद कर रखा है। बॉर्डर बंद होने से सेक्टर नौ बाईपास पर सैंकड़ों की संख्या में करोड़ों के माल से लदे ट्रक्र, ट्राले व कंटेनर फंस गए हैं।
इतना ही नहीं बहादुरगढ़ के 13 हजार उद्योगों में काम करने वाले करीब चार लाख कामगार भी प्रभावित हो गए हैं। उन्हें फैक्ट्रियों में आने-जाने के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। दीवारों को फांदकर करीब डेढ़ से दो किलोमीटर पैदल चलकर उन्हें अपने काम के लिए जाना पड़ रहा है। इनमें हजारों की संख्या में महिला कामगार भी हैं।
बॉर्डर बंद होने से फंस रहे वाहन चालक, पता कर रहे रास्ता
बॉर्डर बंद होने से वाहन चालक भी फंस रहे हैं। वे रास्ता भटक रहे हैं। जगह-जगह पूछकर वे अपने गंतव्य तक पहुंच रहे हैं। जहां उन्हें 10-15 मिनट में पहुंच जाना चाहिए था वहीं इसके लिए उन्हें दो से तीन घंटे का समय लग रहा है और 5 से 10 किलोमीटर अधिक दूरी तय करनी पड़ रही है।
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बहादुरगढ़ अपनी पत्नी व तीन बच्चों को बाइक पर लेने आया नांगलोई के गौरव का कहना है कि उसे नहीं पता था कि आर्डर बंद हो जाएगा। अब वह काफी परेशान है। साथ में पत्नी व बच्चे हैं। बाइक पर अब ग्रामीण रास्तों से परेशान होकर गुजरना पड़ेगा।
किसानों को किसी भी सूरत में दिल्ली नहीं जाने दिया जाएगा। इसके लिए पर्याप्त इंतजाम किए जा रहे हैं। अगर किसानों की आड़ में कोई उपद्रवी कानून तोड़ता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
अनिल कुमार, डीएसपी, झज्जर पुलिस।
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