मैटीरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर लगाकर कूड़े से आय बढ़ाएगी नप
नगर परिषद ने अब कूड़े से आय बढ़ाने का निर्णय लिया है। गीले कूड़े सेखाद बनाई जाएगी तो सूखे कूड़े से रिसायकल होने वाली चीजों को नया गांव स्थित डंपिग स्टेशन पर इकट्ठा कर रिसायकलरों को बेचा जाएगा।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : नगर परिषद ने अब कूड़े से आय बढ़ाने का निर्णय लिया है। गीले कूड़े सेखाद बनाई जाएगी तो सूखे कूड़े से रिसायकल होने वाली चीजों को नया गांव स्थित डंपिग स्टेशन पर इकट्ठा कर रिसायकलरों को बेचा जाएगा।
इसके लिए नप ने शीघ्र ही डंपिग स्टेशन पर मैटीरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर(एमआरएफएस) बनाया जाएगा। घर-घर से कूड़ा उठान करते समय गीला-सूखा कूड़ा अलग-अलग लिया जाएगा। गीले कूड़े से नया गांव के पास स्थित खाद प्लांट पर खाद बनाई जाएगी। वहीं सूखे कूड़े को डंपिग स्टेशन पर बनने वाले एमआरएफ सेंटर पर ले जाकर उसे अलग-अलग किया जाएगा। इस कूड़े में से रिसायकल होने वाली चीज जैसे प्लास्टिक व उससे बनी बोतल, शीशा, रद्दी कागज, गत्ता, डिस्पोजल सामान आदि को अलग-अलग इकट्ठा किया जाएगा। फिर यह सामान रिसायकलर को बेचा जाएगा। इस मद से होने वाली आय को शहर की स्वच्छता पर ही खर्च किया जाएगा। हर रोज जनरेट होता है करीब 80 टन कूड़ा
नगर परिषद की स्वच्छता शाखा के अधिकारियों ने बताया कि रोज शहर से करीब 80 टन कूड़ा जनरेट होता है। इसमें करीब 45 टन कूड़ा ऐसा होता है जो रिसायकल किया जा सकता है। बस इसे सेग्रीगेशन करने की जरूरत है। अब तक इस कूड़े का सेग्रीगेशन न होने की वजह से डंपिग स्टेशन पर ही डाल दिया जा रहा है, जिससे स्टेशन पर कूड़े का पहाड़ सा बन गया है। वहीं इस कूड़े में काफी मात्रा में ऐसा गीला कूड़ा जिससे खाद बनाई जा सकती है। इसमें अधिकांश मात्रा डेयरियों से निकलने वाले गोबर और खाद्य पदार्थों की होती है। अब सूखा कूड़ा डंपिग स्टेशन पर पहुंचते ही यहां पर रैग पिकर की मदद से इसकी छंटनी करवाई जाएगी। इसके बाद इसे रिसायकलर को आसानी से बेचा जा सकेगा। डंपिग स्टेशन पर पड़े लाखों टन कूड़े का वैज्ञानिक तरीके से निपटान शुरू:
डंपिग साइट पर 2004 से 1.33 लाख टन कूड़ा पड़ा है। इसका वैज्ञानिक तरीके से निपटान करना शुरू कर दिया गया है। नप ने एक एजेंसी को करोड़ों का ठेका दिया है। यह एजेंसी रोज यहांकरीब 300 टन कूड़े का उपचार करेगी। नया गांव स्थित डंपिग स्टेशन पर नप की ओर से एमआरएफ सेंटर बनाया जाएगा। यहां पर शहर से इकट्ठा होने वाले सूखे कूड़े में शामिल रिसायकल होने वाली चीजों को अलग-अलग इकट्ठा करके उसे रिसायकलरों को बेचा जाएगा। इससे एक तो नप को आय होगी और दूसरा कूड़े का उचित निष्पादन होगा।
अतर सिंह, कार्यकारी अधिकारी, नगर परिषद, बहादुरगढ़।