दोस्त के घर कुआं पूजन में आए युवक को गोलियों से भूना
यहां के गांव आसौदा टोडराण में दोस्त के घर लड़के के कुआं पूजन में आए रोहतक के चमारिया गांव के युवक को गोलियों से भून दिया। वारदात को घर के चौबारे में अंजाम दिया गया। हमलावर दो थे और वारदात के बाद घर के पिछली तरफ से पैदल ही खेतों में भाग निकले। वारदात में गांव के ही एक युवक व उसके साथी का नाम सामने आया है। गोलियां चलते ही चीख पुकार मची तो खुशी का माहौल मातम में बदल गया। कुद लोगों ने हमलावरों को पकड़ने की कोशिश की, मगर वे हाथ नहीं आए। शव को पोस्टमार्टम के लिए रोहतक के पीजीआइएमएस में रखा गया है।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :
क्षेत्र के गांव आसौदा टोडराण में दोस्त के घर लड़के के कुआं पूजन समारोह में आए रोहतक के चमारिया गांव के युवक को गोलियों से भून दिया गया। वारदात को घर के चौबारे में अंजाम दिया गया। हमलावर दो थे और वारदात के बाद घर के पिछली तरफ से पैदल ही खेतों में भाग निकले। वारदात में गांव के ही एक युवक व उसके साथी का नाम सामने आया है। गोलियां चलते ही चीख पुकार मची तो खुशी का माहौल मातम में बदल गया। कुछ लोगों ने हमलावरों को पकड़ने की कोशिश की, मगर वे हाथ नहीं आए। शव को पोस्टमार्टम के लिए रोहतक के पीजीआइएमएस में रखा गया है। सूचना मिलते ही पुलिस की कई टीमें गांव में पहुंची और छानबीन की गई। रोहतक के चमारिया गांव का नरेंद्र हुड्डा अपनी पत्नी मुकेश के साथ रविवार को बहादुरगढ़ के गांव आासौदा टोडराण में दोस्त ¨रकू के घर कुआं पूजन में आया हुआ था। वह घर के चौबारे में मौजूद था। वहां पर इसी गांव का नरेंद्र उर्फ ढीला व उसका एक दोस्त भी थे। बताते हैं कि वहीं पर उनके बीच विवाद हो गया। इसी बीच आसौदा के नरेंद्र व उसके साथी ने पिस्तौल निकालकर नरेंद्र हुड्डा पर गोलियां चला दी। उसे चार से ज्यादा गोलियां लगी। उधर, गोलियां चलते ही घर में चीख पुकार मच गई। हमलावर भागे तो उन्हें पकड़ने का प्रयास किया गया, लेकिन हमलावरों ने पिस्तौल लहराई तो सब पीछे हट गए। इसके बाद वे आसानी से घर के पीछे से खेतों की तरफ भाग गए। गोलियां लगने से अचेत हुए नरेंद्र को रोहतक पीजीआइ ले जाया गया, मगर वहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। संभवत, उसकी मौके पर ही मौत हो चुकी थी। पहले से थी रंजिश या अचानक हुआ विवाद इस पर स्थिति साफ नहीं हमलावरों और मृतक के बीच पहले से कोई रंजिश थी या अचानक किसी बात पर विवाद हुआ, इस पर अभी स्थिति साफ नही है। पुलिस की ओर से की गई प्रारंभिक पूछताछ में भी साफ कुछ नही हो पाया। दोनों तरह की चर्चाएं हैं। अब सवाल यह है कि यदि हमलावरों की पहले से कोई रंजिश नही थी तो वे ऐसे समारोह में पिस्तौल किस लिए लेकर आए थे, इसका जवाब फिलहाल किसी के पास नही है। यदि अचानक झगड़ा हुआ तो फिर नरेंद्र को चार से ज्यादा गोलियां मारने का मकसद समझ से परे है। ग्रामीणों में यह भी चर्चा है कि इस वारदात के पीछे कोई तीसरा मास्टरमाइंड भी हो सकता है। पुलिस की जांच पूरी होने के बाद ही तमाम सवालों के जवाब मिल पाएंगे। कंपनी में काम करता था नरेंद्र
बताया जा रहा है कि मृतक नरेंद्र (38) गुरुग्राम की किसी कंपनी में काम करता था। उसके पिता हवा ¨सह पूर्व सैनिक रहे हैं। रविवार को नरेंद्र अपनी पत्नी के साथ आया तो था दोस्त की खुशी में शामिल होने, मगर यहां उसका मौत इंतजार कर रही थी। वह दो बेटी और एक बेटे का पिता था। गांव में पसरा मातम
कुआं पूजन कार्यक्रम से घर में खुशी का माहौल था। नवजात बच्चे के मामा के घर से पीलिया शगुन आया हुआ था। सब खुशी में डूबे थे। मगर अचानक गोलियों की धायं-धायं ने सब कुछ मातम में बदल दिया। वारदात के बार एक तो घटना स्थल पर भीड़ जुटी मगर उसके बाद सन्नाटा पसर गया। बताते हैं कि जिस वक्त नरेंद्र को गोली मारी, तब वह कुर्सी पर बैठा हुआ था। एक गोली तो कुर्सी के भी आरपार हो गई। एक गोली दीवार में जा लगी। जबकि चार से ज्यादा गोलियां नरेंद्र के शरीर में धंस गई। पूरा कमरा रक्तरंजित हो गया। मौके पर पहुंची पुलिस गोलियों के खोल, कुर्सी व अन्य साक्ष्य मौके से लेकर आई। हमलावरों की तलाश में खेतों को खंगाला
युवक को गोलियां मारने के बाद दोनों हमलावर पैदल ही खेतो की तरफ भाग गए। इसकी जानकारी मिलने के बाद सीआइए-2 इंस्पेक्टर जसबीर ¨सह व सदर एसएचओ जसबीर ¨सह की टीमें उनकी तलाश में देर रात के खेतों की खाक छानती रही। पूरे इलाके में पुलिस ने उनकी तलाश की, मगर वे हाथ नही आए। पुलिस की ओर से देर शाम तक परिजनों के ब्यान दर्ज किए जा रहे थे। वर्जन..
वारदात की गहनता से छानबीन की जा रही है। इसमें गांव के ही एक युवक व उसके साथी का नाम आया है। इसके पीछे वजह क्या थी, इस पर अभी स्थिति साफ नही है। जांच पूरी होने के बाद ही पता लगेगा।
--जसबीर ¨सह, एसएचओ, सदर बहादुरगढ़।