पुरानी पेंशन बहाली के लिए सासद और विधायक को ज्ञापन
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : पेंशन बहाली संघर्ष समिति की जिला झज्जर इकाई ने पुरानी पेंश
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :
पेंशन बहाली संघर्ष समिति की जिला झज्जर इकाई ने पुरानी पेंशन बहाल करने के लिए रविवार को बहादुरगढ़ से सत्तादल के विधायक नरेश कौशिक और बहादुरगढ़ में आए इनेलो सासद दुष्यंत चौटाला को ज्ञापन दिया।
विधायक व सासद को बताया गया कि 1 जनवरी 2004 के बाद केंद्र सरकार और 1 जनवरी 2006 के बाद हरियाणा सरकार में नियुक्त कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना बंद कर नई अंशदायिनी पेंशन योजना लागू कर दी गई है। जोकि पूर्णतया बाजार जोखिमों पर आधारित है। नई योजना में कर्मचारी के वेतन से हर महीने 10 फीसद पैसा काटा जाता है फिर भी न तो कोई निश्चित पेंशन है और न ही आर्थिक, सामाजिक और स्वास्थ्य सुरक्षा है। रिटायरमेंट पर मिलने वाली राशि पर 30 फीसद आयकर भी कटता है। जबकि पुरानी पेंशन योजना में कर्मचारी के वेतन से न तो कोई कटौती होती थी और न ही रिटायरमेंट पर मिलने वाले पैसे पर कोई आयकर देना पड़ता था। ऐसे में देश व प्रदेश के कर्मचारी अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं और अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। सासद और विधायक एक बार चुनाव जीतने के बाद उम्र भर पेंशन लेते हैं। दोनों जन प्रतिनिधियों से माग की गई कि पुरानी पेंशन बहाली के लिए आगामी विधानसभा और संसद सत्र में यह मुद्दा जोर-शोर से उठाएं। कर्मचारियों के अनुसार विधायक ने माग का समर्थन किया। जबकि सासद दुष्यंत चौटाला ने इनेलो सरकार आने पर आर्थिक वित्तीय बोझ का हवाला देते हुए पुरानी पेंशन बहाल करने से इंकार कर दिया। बाग्लादेश का उदाहरण देते हुए इस माग को अनुचित बताया और 5 सितंबर को दिल्ली में अपने आवास पर मिलने के लिए कहा। ज्ञापन देने वालों में प्रधान संजीव गुलिया, सचिव सतपाल, यशपाल शर्मा, मुकेश, मेहर सिंह, नगेंद्र, पुष्पेंद्र कादयान, अरुण नादल, जितेंद्र शर्मा, सुनीता देवी, मंजू रानी, रचना देवी मौजूद रहे।