छात्राओं ने कार्यशाला में बनाई कई तरह की कलाकृतियां
छात्राओं ने कार्यशाला में बनाई कई तरह की कलाकृतियां।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़:
वैश्य बीएड कालेज में बृहस्पतिवार को एक दिवसीय ग्रामीण शहरी विकास संस्था द्वारा प्रायोजित आर्ट एंड क्राफ्ट कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें संस्था के निदेशक चंद्रकांत बोंदवाल राष्ट्रीय पुरस्कार द्वारा सम्मानित का विशेष योगदान रहा। इस कार्यशाला की शुरुआत सरस्वती मां के सम्मुख महाविद्यालय की प्राचार्या डा. आशा शर्मा व सभी शिल्पकारों ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया। छात्राओं को संबोधित करते हुए डा. आशा शर्मा ने कहा कि हमें हाथ से बनी हुई चीजें आनी चाहिए, जिससे हम अपने आप कुछ चीजें बना सके तथा समाज में अपनी एक अलग पहचान बना सके। इस कार्यशाला में दिनेश शर्मा के द्वारा अध्यापकों और छात्राओं को अपने हाथों के द्वारा बहुत ही सुंदर व सजावटी गुड़िया बनानी सिखाई जो आज हमारे समाज से विलुप्त होती जा रही है। बच्चों ने पूरे उत्साह उमंग के साथ पुरानी संस्कृति को फिर से जीवित करके गुड़यिा तैयार की। उदित नारायण के द्वारा बिजली के खराब हुए तारों से पें¨टग, स्केच, सीनरी आदि चीजें छात्राओं को बनानी सिखाई गई और छात्राओं ने बहुत ही अच्छी अच्छी पें¨टग, स्केच व सीनरी बनाई। हनुमान सैनी के द्वारा मिनिचर पें¨टग बनानी सिखाई गई। यह हाथ से बनी हुई पें¨टग ऐसी लग रही थी कि यह कोई जीवित तस्वीर है। छात्राओं ने पूरी लगन से पें¨टग बनानी सीखी तथा फिर अपने आप भी पें¨टग बनाई। कोमल गुप्ता ने छात्राओं को क्ले के माध्यम से फ्लोरल डिजाइन बनाना सिखाया जिसमें छात्राओं ने अलग-अलग तरह के फूल व पतियां बनाई। साक्षी गर्ग के द्वारा छात्राओं ने सांझी आर्ट व पेपर क¨टग करना सिखाया गया जो कि एक सांझी हमारी बहुत ही प्राचीन धरोहर है लेकिन आज के समय में हमारी प्राचीन धरोहर लुप्त होती जा रही है। डा. आशा शर्मा ने सभी शिल्पकारों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।