हादसे से कई परिवार ही नहीं, कारोबार और रोजगार भी उजड़े
आठ फैक्टरियों को अपनी चपेट में लेने वाले इस वीभत्स हादसे से कई परिवार ही नहीं बल्कि कारोबार और रोजगार भी उजड़ गए। केमिकल फैक्टरी में हुए विस्फोट ने साथ लगती कई फैक्टरियों को मलबे में बदल दिया और कई भीषण आग में ध्वस्त हो गई। जिन फैक्टरी मालिकों ने अपना कारोबार जमाया था उनकी आंखें भी तबाही का मंजर देख भर आई। इन फैक्टरियों में जिनको रोजगार मिला था उनमें से
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जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :
आठ फैक्टरियों को अपनी चपेट में लेने वाले इस वीभत्स हादसे से कई परिवार ही नहीं, बल्कि कारोबार और रोजगार भी उजड़ गए। केमिकल फैक्टरी में हुए विस्फोट ने साथ लगती कई फैक्टरियों को मलबे में बदल दिया और कई भीषण आग में ध्वस्त हो गई। जिन फैक्टरी मालिकों ने अपना कारोबार जमाया था, उनकी आंखें भी तबाही का मंजर देख भर आई। इन फैक्टरियों में जिनको रोजगार मिला था, उनमें से कुछ मौत के मुंह में जा समाएं और बाकी ज्यादातर घायल हैं। जो बच गए, उनका भी अब रोजगार नहीं रहा। यू ब्यां की व्यथा:
हमारी फैक्टरी 1810 और 1817 नंबर प्लाट में थी। कुछ समय पहले ही शेड लगवाया था। अब किराये पर दी थी। साथी लगती 1816 नंबर फैक्टरी में विस्फोट से हमारी पूरी फैक्टरी ही ध्वस्त हो गई। गनीमत यह रही कि किरायेदार और वहां काम करने वाले सभी कर्मी बच गए। 500 गज में हमारा 50 लाख का नुकसान हुआ है। प्रशासन को खतरनाक फैक्टरियों की जांच करनी चाहिए।
--मनोज शर्मा, फैक्टरी मालिक