अटल विश्वास के साथ नाम जपने से मिलते हैं भगवान: कमल सागर
अटल विश्वास के साथ नाम जपने से मिलते हैं भगवान कमल सागर
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़: उपमंडल के छुड़ानी गांव में परम संत सतगुरू गरीबदास महाराज की अमृतमयी वाणी का अखंड पाठ दूसरे दिन भी जारी रहा। दूर-दराज से आने वाले श्रद्धालुओं ने वाणी पाठ का श्रवण कर जीवन दर्शन और ज्ञान लाभ भी हासिल किया। वाणी पाठ के दूसरे दिन महात्मा कमल सागर ने भी वाणी पाठ किया। भक्तों को सत्संग फरमाते हुए कमल सागर ने बताया कि मुख से राम-राम या फिर दूसरा कोई जाप जपने से ही प्रभु की भक्ति या प्रभु से मिलन नही होता है। उन्होंने कहा कि उस परमपिता परमेश्वर में पूर्ण विश्वास के साथ जो लग्न लगाई जाती है उस लग्न से ही परमेश्वर से मिलन सम्भव होता है। गरीबदास महाराज ने भी अपनी वाणी में लिखा है कि राम का नाम लेने से काम नही चलेगा साथ में विश्वास का होना भी बेहद जरूरी है और जिनके मन में विश्वास और लग्न होती है, ऐसे लोगों को हर जगह वो परमपिता ही नजर आता है। गरीबदास महाराज ने अपनी वाणी में कहा कि जिसका सुमरिन करना है उसका ज्ञान होना भी बेहद जरूरी है। पता होना चाहिए कि किसका सुमिरन किया जा रहा है। वाणी पाठ के दौरान भक्त जयश्री ने भी अपने भजनों से भक्तों को मंत्रमुग्ध कर दिया। भक्त जयश्री ने गरीबदास महाराज की वाणी के छंद और दोहों को खोलकर भी भक्तों को समझाया। उन्होंने कहा कि मनुष्य के अंदर ही भगवान है और उस भगवान की खोज वो अपने सत्कर्माें से ही कर सकता है। वाणी पाठ का भोग शुक्रवार सुबह 10 बजे लगेगा। भोग के बाद भक्तों के लिए देशी घी का भंडारा भी लगाया जाएगा।