सराय गांव के पास कबाड़ में लगी आग, 17 घंटे तक 20 हजार मीटर क्यूब प्रति घंटे के हिसाब से फैला प्रदूषण
???? ???????? ???? ?? ????? ??? ???? ???? ???? ??? ??? ???? ????? ??? ???? ????? ??? ?????? ??? ??? ?? ?? ??? ?? ?????? ????? ??? ???? 2 ??? ????? ?? ???? ?? ?? ?????? ?? ??? ???? ?? ???? ??????? ???????? ????? ?? ??????? ? ????????? ?? ?????? ??? ??? ???? ????? ??? ?? ?? ??? ?? ???? ???? ?? ???? ????? ?? ???? ??????? ???? ?? ????
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : सराय औरंगाबाद गांव के खेतों में करीब डेढ़ एकड़ में बने गहरे गड्ढे में पड़े कबाड़ में शनिवार देर रात आग लग गई। आग रविवार दोपहर बाद करीब 2 बजे बुझाई जा सकी। आग के कारणों का पता नहीं चल सका। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी व दमकलकर्मी आग बुझाने में लगे रहे। कबाड़ में आग की वजह से फैले धुएं के कारण आसपास का पूरा वातावरण काला हो गया। 17 घंटे तक करीब 20 हजार मीटर क्यूब प्रति घंटे के हिसाब से धुआं वातावरण में फैलता रहा। इस धुएं के कारण वातावरण को हुए नुकसान को लेकर प्रदूषण बोर्ड की ओर से फुटवियर पार्क में स्थापित सभी फैक्टरियों को नोटिस दिए जाएंगे। नोटिस में सभी फैक्टरियों से उनके वेस्ट डिस्पोजल के बारे में जानकारी मांगी जाएगी। अगर किसी कंपनी का डिस्पोजल ठीक नहीं पाया गया तो उस पर जुर्माना लगा दिया जाएगा। बहादुरगढ़ के एचएसआइआइडीसी में डंपिग स्टेशन ना होने की वजह से बोर्ड की ओर से जो जुर्माना लगाया जाएगा वह सभी फैक्टरियों पर लग सकता हैं, क्योंकि अधिकांश फैक्टरियां अपने वेस्ट को सड़क किनारे व अन्य स्थानों पर डिस्पोज करती हैं। पिछले दिनों बहादुरगढ़ आए ईपीसीए के चेयरमैन भूरेलाल ने भी इंडस्ट्रियल वेस्ट के डिस्पोजल को लेकर सवाल खड़ा किया था तो उस समय एचएसआइआइडीसी के अधिकारियों ने जल्द से जल्द डंपिग स्टेशन के लिए साइट निर्धारित कर उचित व्यवस्था करने का आश्वासन दिया था, मगर अब तक इस दिशा में कोई कदम निगम की ओर से नहीं उठाए गए हैं। वर्जन..
शनिवार रात को करीब 9 बजे सराय गांव की जमीन पर पड़े कबाड़ में आग लग गई थी। यहां पर फुटवियर पार्क की फैक्टरियों की ओर से वेस्ट डाला जाता है। 17 घंटे में आग पर काबू पाया जा सका। जब तक प्रदूषण होता रहा। बोर्ड की ओर से पार्क की सभी फैक्टरियों को अब नोटिस दिया जाएगा और उन पर कार्रवाई की जाएगी।
- कृष्ण कुमार, क्षेत्रीय अधिकारी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, बहादुरगढ़।