इनेलो-बसपा के बंद का मिला-जुला असर, सत्तापक्ष ने ठहराया फ्लॉप
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : एसवाईएल समेत कई मुद्दों पर आहूत इनेलो-बसपा के बंद का शि
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :
एसवाईएल समेत कई मुद्दों पर आहूत इनेलो-बसपा के बंद का शनिवार को यहा मिला-जुला असर रहा। कई जगह बाजार बंद रहे, तो कई जगह खुले थे। यह स्थिति तीन-चार घटों तक रही। बाद में सभी बाजार पूरी तरह खुल गए। इस बंद को इनेलो ने पूरी तरह सफल करार दिया है तो सत्तापक्ष ने फ्लॉप ठहराया है। बंद को लेकर पुलिस-प्रशासन भी पूरी तरह चौकस रहा।
आम तौर पर शहर के बाजार सुबह 8 बजे खुलने शुरू हो जाते है। 10 बजे तक पूरी तरह खुलते है। शनिवार को इस बंद के चलते दोपहर तक मिली-जुली स्थिति रही। जिस वक्त बाजार खुलने शुरू हुए उसी दौरान इनेलो-बसपा की कई संयुक्त टीमें दुकानदारों और व्यापारियों का समर्थन पाने निकली। सभी बाजारों का टीमें कई घटों तक दौरा करती रही।
रेलवे रोड, मेन बाजार में दिल्ली रोहतक रोड से किला मुहल्ला तक, नाहरा-नाहरी रोड, पुराना नजफगढ़ रोड पर बंद का असर रहा। दिल्ली-रोहतक रोड पर आधी-आधी स्थिति थी। वहीं झज्जार रोड, कबाड़ी मार्केट बाजार तय समय पर खुले। कई अन्य बाजारों में दुकानें खुली थी। नेताओं के आने पर बंद, फिर शटर खोलते रहे दुकानदार बाजार में कई जगह ऐसी भी स्थिति रही कि दुकानें तय समय पर खुल गई। इस बीच इनेलो के नेताओं के दौरे भी हुए। कार्यकर्ताओं की अलग-अलग टीमों का नेतृत्व कर रहे नेताओं ने हाथ जोड़कर दुकानदारों और व्यापारियों से समर्थन मागा। इस पर दुकानदार शटर को बंद कर देते और नेताओं का पैदल काफिला निकलते ही फिर शटर खोल लेते। लगभग सभी दुकानदार तय समय पर बाजारों में पहुच गए थे। कुछ ने दुकानें खोली और कुछ इतजार करते रहे। लगभग 12 बजे तक शहर के बाजार पूरी तरह खुल गए।
वहीं, इस बंद को इनेलो व बसपा ने पूरी तरह सफल करार दिया है। इसके लिए समर्थन जुटाने को हल्का अध्यक्ष राजबीर परनाला, पूर्व विधायक नफे सिंह राठी, पूर्व चेयरमैन कर्मबीर राठी, जिला प्रधान महासचिव संजय दलाल, वरिष्ठ नेता नरेश जून, धर्मबीर फौजी, सतीश नंबरदार समेत अन्य तमाम नेता व कार्यकर्ता अलग-अलग टीमों के साथ बाजारों में समर्थन जुटाने पहुचे। सभी इनेलो नेताओं ने दावा किया कि यह बंद पूरी तरह सफल रहा। इनेलो का मकसद व्यापार को प्रभावित करना नही था। मगर एक बार में सभी ने इसे समर्थन देकर प्रदेश की भाजपा सरकार को आइना दिखा दिया। इससे साफ है कि इनेलो जनहित के मुद्दे उठा रही है और लोग उसका समर्थन कर रहे है। पुलिस-प्रशासन रहा चौकस
बंद के आह्वान के चलते पुलिस-प्रशासन ने चौकसी बरती। शहर के लिए अतिरिक्त पुलिस बल पहुचा था। सभी प्रमुख बाजारों में अल सुबह ही पुलिस की टीमें तैनात कर दी गई थी। माहौल पूरी तरह शात रहा। दोपहर तक हलचल रही। फिर माहौल शात हो गया।
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यह बंद पूरी तरह विफल था। जो दुकानें बंद थी, वह तो दुकानदारों ने इनेलो के भय के चलते की थी। स्वेच्छा से किसी ने इनेलो को समर्थन नहीं किया। पालेराम शर्मा, पार्षद, नगर परिषद।