Move to Jagran APP

कंपनी से खींचतान के बाद आधे जनरेटर बंद, केएमपी पर छाया अंधेरा, जल्द शुरू होगा टोल

कुंडली-मानेसर-पलवल एक्स्त्रपेस वे (केएमपी) पर पिछले दिनों आसौदा के पास से जनरेटर चोरी होने के बाद संबंधित ठेकेदार और सेफ्टी कंपनी के बीच खींचतान बन गई है। ऐसे में आधे जनरेटर बंद हो गए हैं। इससे केएमपी पर अंधेरा छा गया है। जनरेटर ठेकेदार ने चोरी की घटना के लिए केएमपी पर कई जगह खुले कट को जिम्मेदार ठहराया है। इसी कारण कई जनरेटर केएमपी से हटा लिए हैं। इस बीच टोल का टेंडर अलाट होने के बाद सप्ताह भर में ही कलेक्शन शुरू हो सकती है। दरअसल, कुंडली से मानेसर तक केएमपी पर लाइ¨टग के लिए एक कंपनी को टेंडर दिया गया है। पानीपत की कंपनी ने इसके लिए

By JagranEdited By: Published: Tue, 11 Dec 2018 12:16 AM (IST)Updated: Tue, 11 Dec 2018 12:16 AM (IST)
कंपनी से खींचतान के बाद आधे जनरेटर बंद, केएमपी पर छाया अंधेरा, जल्द शुरू होगा टोल
कंपनी से खींचतान के बाद आधे जनरेटर बंद, केएमपी पर छाया अंधेरा, जल्द शुरू होगा टोल

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :

loksabha election banner

कुंडली-मानेसर-पलवल एक्स्त्रपेस वे (केएमपी) पर पिछले दिनों आसौदा के पास से जनरेटर चोरी होने के बाद संबंधित ठेकेदार और सेफ्टी कंपनी के बीच खींचतान बन गई है। ऐसे में आधे जनरेटर बंद हो गए हैं। इससे केएमपी पर अंधेरा छा गया है। जनरेटर ठेकेदार ने चोरी की घटना के लिए केएमपी पर कई जगह खुले कट को जिम्मेदार ठहराया है।

इसी कारण कई जनरेटर केएमपी से हटा लिए हैं। इस बीच टोल का टेंडर अलाट हो गया है ऐसे में एक सप्ताह भर में ही कलेक्शन शुरू होने की संभावना है।

दरअसल, कुंडली से मानेसर तक केएमपी पर लाइ¨टग के लिए एक कंपनी को टेंडर दिया गया है। पानीपत की कंपनी ने इसके लिए 83 किलोमीटर के एरिया में कुंडली से पटौदी तक 18 जनरेटर लगाए थे। मगर 26 नवंबर की रात को आसौदा से दहकोरा रोड पर केएमपी में बने कट से कुछ लोग आए और यहां से जनरेटर चोरी कर ले गए। इसके बाद केएमपी की सेफ्टी कंपनी और लाइट ठेकेदार के बीच खींचतान बन गई। कंपनी ने जनरेटर के चोरी होने के लिए ठेकेदार को ही जिम्मेदार ठहरा दिया। इधर, लाइट ठेकेदार ने कोई हल न निकलते देख आधे जनरेटर फिलहाल बंद कर दिए हैं। साथ ही यह शर्त रख दी है कि जब तक केएमपी पर बने कट बंद नहीं होते, तब तक जनरेटरों की सुरक्षा को खतरा बना रहेगा। यदि कट बंद होते हैं तो उस स्थिति में जनरेटर को टोल बेरियर के अलावा और कहीं से ले जाया नही जा सकता। ऐसे में जहां-जहां पर कट अभी खुले हैं, वहां पर लगे जनरेटरों को केएमपी से हटाने के अलावा और कोई रास्ता नही है। संबंधित सेफ्टी कंपनी पहले ही हाथ खड़े कर चुकी है। पुलिस की ओर से अभी तक जनरेटर की बरामदगी को लेकर प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई है। ऐसे मे साढ़े चार लाख प्रति कीमत के जनरेटरों की सुरक्षा को लेकर कोई रिस्क नही लिया जा सकता। केएमपी पर अंधेरे से वाहन चालक परेशान

केएमपी पर पिछले दिनों लाइट तो चालू हो गई थी, मगर एक जनरेटर चोरी होने के बाद अब काफी हिस्से में फिर से अंधेरा छाया हुआ है। इससे वाहन चालक परेशान हैं। जिस जगह से जनरेटर चोरी हुआ। वहां पर तो लाइट चालू है ही नहीं, जहां से भी जनरेटर हटाए गए हैं। वहां पर भी लाइटें स्वाभाविक रूप से बंद हैं। वाहन चालकों का कहना है कि केएमपी पर छाया अंधेरा हादसों की वजह बन सकता है। बिजली निगम ने 440 किलोवाट का लोड किया मंजूर

केएमपी पर बिजली के लिए निगम ने 440 किलोवाट को मंजूरी दे दी है। अब इसके हिसाब से कनेक्शन एचएसआइआइडीसी की ओर से ही किया जाना है। बादली सब डिवीजन के एसडीओ विनोद कुमार ने बताया कि लोड की मंजूरी के बाद एचएसआइआइडीसी को लिखित में दे दिया गया है। अब कनेक्शन उनकी तरफ से ही किया जाना है। जल्द शुरू होगा टोल : केएमपी पर कुंडली से मानेसर के बीच टोल कलेक्शन भी इसी सप्ताह शुरू होने के आसार हैं। इसके लिए पाथ इंडिया लिमिटेड को टेंडर अलाट किया गया है। ऐसे में संभावना है कि कंपनी इसी सप्ताह में कलेक्शन शुरू कर सकती है। कुंडली से मानेसर के बीच कुल सात टोल हैं। बाकी हिस्से में टोल पहले ही शुरू हो चुका है। वर्जन..

केएमपी पर अवैध कट के कारण एक जनरेटर तो चोरी हो गया। ये कट जब तक बंद नही होते तब तक और जनरेटर चोरी होने की भी संभावना बनी रहेगी। इसी कारण 18 में से आधे जनरेटर बंद किए गए हैं। जैसे ही कट बंद होंगे तो बाकी को चालू भी कर दिया जाएगा।

--सुंदर ¨सह, केएमपी लाइट ठेकेदार केएमपी पर बने अवैध कट बंद करने के लिए काम शुरू कराया जा रहा है। टोल के लिए भी कंपनी को टेंडर अलाट कर दिया गया है। इसी सप्ताह कंपनी की ओर से टोल कलेक्शन शुरू किए जाने की उम्मीद है।

-सुरेंद्र देशवाल, सीनियर मैनेजर, एचएसआइआइडीसी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.