बेसहारा गोवंश को रात में उठा ले जाने की घटनाओं से बढ़ा रोष, प्रशासन को ज्ञापन सौंप कार्रवाई की मांग
सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने सोमवार को तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा
सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने सोमवार को तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा फोटो-14: जागरण संवादददाता, बहादुरगढ़ :
शहर में पिछले कुछ महीनों से बेसहारा गोवंश को चोरी से उठा ले जाने की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है। इससे शहर के गो सेवकों में आक्रोश है। इन घटनाओं पर रोक लगाने के लिए शहर की सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने सोमवार को तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा और कार्रवाई की मांग की। ज्ञापन में सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कहा कि रात के समय गो तस्कर वाहन लेकर आते हैं और शहर से बेसहारा गोवंश को उठाकर ले जा रहे हैं। गोतस्करों में पुलिस-प्रशासन का कोई डर नहीं रहा। पिछले दिनों सेक्टर-9 की पुलिस चौकी के पास तस्करों द्वारा कुछ गोवंश बांधकर डाले हुए थे। मगर इनको लेकर नहीं जा सके। बाद में गोसेवकों ने पहुंचकर उनके पैर खोले। इससे पहले हरदयाल स्कूल के सामने, चौगान माता चौक के सामने वाली गली से, सांखोल गांव में निरंकारी भवन के सामने से भी रात को गोवंश उठाए गए। नाइट कर्फ्यू में भी गोतस्कर रात को गोवंशों को उठाने से बाज नहीं आ रहे। गोसेवकों का कहना है कि इस तरह के तस्कर काफी खतरनाक हैं और मेवात क्षेत्र से आते हैं। वे खुलेआम शहर के गली-मुहल्लों से, पुलिस चौकियों के पास से गोवंशों को उठाकर ले जा रहे हैं। सरकार द्वारा गोवंश की सुरक्षा के लिए बनाए गए कानून दिखावा बनकर रह गए। ज्ञापन देने वालों में गोधन सेवा समिति के बिजेंद्र राठी, सुशील राठी, सोनू बंसल, तिलकराज, अमित आर्य, ललित यादव, कश्मीरी पंडित समिति के प्रधान रवि भट्ट, भारत विकास परिषद के प्रधान रमेश सुखीजा, जनसेवा संस्थान से रमेश राठी, नूना माजरा गांव के पूर्व सरपंच वीरेंद्र कौशिक, श्रीश्याम बाबा जनसेवा समिति के प्रधान विनोद कुमार, बहादुरगढ़ रक्तदाता ग्रुप से रमन शर्मा व सामाजिक कार्यकर्ता आरके दलाल भी उपस्थित रहे।