Move to Jagran APP

अपहरण मामले में गिरफ्तार पांच अभियुक्तों का पहले हुआ कोरोना टेस्ट, नेगेटिव मिलने पर भेजा जेल

आसौदा थाना एरिया में एक फैक्ट्री निदेशक का अपहरण करके 50 लाख की फिरौती वसूलने की कोशिश में गिरफ्तार पांच अन्य आरोपितों को शुक्रवार को अदालत में पेश किया गया। सभी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 30 May 2020 10:00 AM (IST)Updated: Sat, 30 May 2020 10:00 AM (IST)
अपहरण मामले में गिरफ्तार पांच अभियुक्तों का पहले हुआ कोरोना टेस्ट, नेगेटिव मिलने पर भेजा जेल
अपहरण मामले में गिरफ्तार पांच अभियुक्तों का पहले हुआ कोरोना टेस्ट, नेगेटिव मिलने पर भेजा जेल

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : आसौदा थाना एरिया में एक फैक्ट्री निदेशक का अपहरण करके 50 लाख की फिरौती वसूलने की कोशिश में गिरफ्तार पांच अन्य आरोपितों को शुक्रवार को अदालत में पेश किया गया। सभी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। इससे पहले सभी का कोरोना टेस्ट भी करवाया गया। जिसमें सभी नेगेटिव मिले।

loksabha election banner

वारदात में तीन अभियुक्तों को बुधवार को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया गया था। तीनों को पुलिस की जवाबी कार्रवाई में पैरों में गोली भी लगी थी। इनमें से एक को तो बृहस्पतिवार को ही पेश कर दिया था। उसे जेल भेजा गया था। बाकी दो में से एक कोरोना पॉजिटिव मिल गया। जबकि तीसरे को अभी डिस्चार्ज नहीं किया गया है। पांच अभियुक्तों को किया अदालत में पेश

इस मामले में तीन अभियुक्तों के अलावा जिन पांच अन्य आरोपितों को गिरफ्तार किया गया, उनमें चांदवीर उर्फ कालिया पुत्र रामफल, प्रदीप पुत्र जयकिशन व रोहित पुत्र जसवंत निवासी गांव बहराना, झज्जर तथा प्रवीन पुत्र फतेह सिंह व उमेश पुत्र राय सिंह निवासी गांव मोरखेड़ी, रोहतक शामिल हैं। ये हुई बरामदगी

इस मामले में कुल आठ अभियुक्तों की गिरफ्तारी हुई है। मौके पर तीन देसी पिस्तौल, तीन कारतूस, तीन खोल बरामद हुए। शेष पांच में से चार को गांव हसनगढ़ जिला रोहतक के एरिया से गिरफ्तार किया गया। इनसे एक बाइक, एक आल्टो, एक सेंट्रो गाड़ी, एक देसी पिस्तौल व एक कारतूस बरामद हुआ। इस तरह से वाहनों के अलावा कुल चार पिस्तौल, चार कारतूस, तीन खोल मिले हैं। मुख्य साजिशकर्ता चांदवीर उर्फ कालिया है जो फैक्ट्री में ही तीन साल से इलेक्ट्रिशियन था। वारदात के दिन फैक्ट्री निदेशक के निकलने की सूचना साथी उसी ने रोहित को दी थी। पुलिस की टीमों ने इस मामले में बहादुरी और सूझबूझ का परिचय दिया। अभियुक्तों को जल्द काबू करके अपहरण की वारदात को कुछ देर में ही सुलझाने में सफलता हासिल की। इससे बदमाशों के मंसूबे ध्वस्त हुए।

-अशोक कुमार, डीआइजी, झज्जर।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.