बुजुगरें के प्रति सम्मान घूंघट से नहीं, सोच, व्यवहार व संस्कारों में हो: सोनल
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़: बुजुर्गों का सम्मान हमारे समाज की समृद्घ परंपरा रही है। महि
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़:
बुजुर्गों का सम्मान हमारे समाज की समृद्घ परंपरा रही है। महिलाओं को बुजुर्गों का सम्मान पर्दा प्रथा की बजाय अपनी सोच, व्यवहार और संस्कारों में रहकर करना चाहिए। इससे सभी का मान-सम्मान भी बढ़ेगा और हमारे समाज से पर्दा प्रथा की कुप्रथा भी खत्म होगी। पर्दा प्रथा को खत्म करने के लिए बुजुर्ग महिलाओं को भी आगे आना होगा। उनके आशीर्वाद से युवा महिला पर्दा प्रथा जैसी कुप्रथा से जल्द छुटकारा पा सकेंगी। उपायुक्त सोनल गोयल ने बुधवार को जाखौदा गांव में आयोजित नारी की चौपाल में महिलाओं के साथ मन की बात करते हुए यह आह्वान किया। तीन बेटियों की माता को किया सम्मानित:
उपायुक्त ने कार्यक्रम में जाखौदा निवासी तीन बेटियों की माता सुनील देवी को शाल भेंट कर सम्मानित किया। सुनील देवी ने कहा कि वह बेटी व बेटे में अंतर नहीं मानती, उनका ध्येय बेटियों को अच्छी शिक्षा व संस्कार देना है। सुभद्रा देवी द्वारा अपने बच्चों की शादी बिना दहेज करने पर उपायुक्त ने सम्मानित किया। सुभ्रदा देवी ने कहा वह बहु को बेटी मानती है फिर दहेज किस बात का। उन्होंने कहा कि दहेज जैसी कुरीतियों को छोड़कर हमें अपने बच्चों की शिक्षा व संस्कार पर जोर देना चाहिए। कार्यक्रम में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं मुहिम के तहत नवजात बेटियों की माताओं को भी प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। इससे पहले महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी नीना खत्री ने गांव में आयोजित नारी की चौपाल कार्यक्रम में पहुंचने पर उपायुक्त का स्वागत किया। नारी की चौपाल में पहुचने पर ग्राम पंचायत जाखौदा ने उपायुक्त सोनल गोयल का पगड़ी बांधकर स्वागत किया। उपायुक्त ने गांव में करीब 18 लाख रुपये की धनराशि से बनने वाली बीसी चौपाल के निर्माण कार्य का भी शुभारंभ किया।
इस अवसर पर एसडीएम जगनिवास, बीडीपीओ रामफल सिंह, तहसीलदार नरेद्र दलाल, एक्सईएन पीडब्ल्यूडी विभाग केएस पठानिया, एक्सईएन बिजली रामपाल, एआईपीआरओ झच्चर सतीश कुमार, एआईपीआरओ बहादुरगढ़ दिनेश कुमार, पंचायती राज विभाग के एसडीओ राजपाल, सरपंच जाखौदा जसबीर सिंह, सरपंच सराय औरंगाबाद राजबीर लाठर, सरपंच कसार टोनी आदि मौजूद थे।