ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतना है अगला लक्ष्य
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़: एशियन गेम्स 2018 में ट्रैप शूटिंग के रजत पदक विजेता खिलाड़ी ल
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़:
एशियन गेम्स 2018 में ट्रैप शूटिंग के रजत पदक विजेता खिलाड़ी लक्ष्य श्योराण का शहर में पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया। लक्ष्य श्योराण मूल रूप से बेरी के ढराना गाव के रहने वाले हैं और वे शहर के आदर्श नगर में अपने चाचा के घर आए हुए थे। लक्ष्य ने एशियन गेम 2018 में ट्रैप शूटिंग इवेंट में रजत पदक हासिल किया है। लक्ष्य ने बताया कि वह फरीदाबाद में रहकर ट्रैप शूटिंग की बारीकिया सीख रहा है और 4 साल पहले उसने शूटिंग खेलना शुरू किया था। 4 महीने की प्रैक्टिस के बाद ही वह नेशनल चैंपियन बन गया था। वह अब तक नेशनल और इंटरनेशनल लेवल पर 25 मेडल हासिल कर चुका है। लक्ष्य ने अपनी जीत का श्रेय अपने माता-पिता और कोच को दिया है।
लक्ष्य का कहना है कि वह बचपन से ही शूटर बनना चाहता था और पढ़ाई में उसका मन नहीं लगता था, तो उसके माता-पिता ने उसका साथ दिया और वह शूटर बन गया। लक्ष्य का अगला टारगेट ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतकर देश का नाम रोशन करना है, जिसके लिए उसने अभी से कड़ी मेहनत शुरु कर दी है। इस मौके पर लक्ष्य की मा प्रमिला ने बताया कि लक्ष्य का बचपन से ही शूटिंग में जाने का मन था। उन्होंने उस का साथ दिया और आज उसने ना सिर्फ अपनी मा का बल्कि भारत माता का नाम भी रोशन किया है। उन्हें अपने बेटे पर नाज है। लक्ष्य की माता का कहना है कि अगर हम अपने बच्चों की रुचियों के अनुसार उन्हें सीखने, खेलने और पढ़ने में मदद करें तो अवश्य ही बच्चे अपने मा बाप का नाम आगे चलकर रोशन करेंगे।