Move to Jagran APP

सीएम फ्लाइंग स्कवायड ने शुरू की विज्ञापन टेंडर के गोलमाल की जांच, नप से मांगा रिकार्ड

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़: वर्ष 201-16 में विवादों में रहे विज्ञापन के ठेके की जांच सीएम फ्लाइंग स्कवायड ने शुरू कर दी है। जांच तेज करते हुए स्कवायड के डीएसपी ने नगर परिषद से विज्ञापन टेंडर से संबंधित रिकार्ड मांगा है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 03 Nov 2018 11:37 PM (IST)Updated: Sat, 03 Nov 2018 11:37 PM (IST)
सीएम फ्लाइंग स्कवायड ने शुरू की विज्ञापन टेंडर के गोलमाल की जांच, नप से मांगा रिकार्ड
सीएम फ्लाइंग स्कवायड ने शुरू की विज्ञापन टेंडर के गोलमाल की जांच, नप से मांगा रिकार्ड

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़:

loksabha election banner

वर्ष 201-16 में विवादों में रहे विज्ञापन के ठेके की जांच सीएम फ्लाइंग स्कवायड ने शुरू कर दी है। जांच तेज करते हुए स्कवायड के डीएसपी ने नगर परिषद से विज्ञापन टेंडर से संबंधित रिकार्ड मांगा है। मगर परिषद के अधिकारी यह रिकार्ड देने में आनाकानी कर रहे हैं। अब तक सीएम स्कवायड को यह रिकार्ड मुहैया नहीं कराया गया है। गौरतलब है कि 2015-16 में विज्ञापन ठेकेदार ने नप अधिकारियों के साथ मिलकर इस टेंडर में भारी गोलमाल किया था। दैनिक जागरण ने इस मामले का खुलासा किया था। उसके बाद अब जाकर सीएम फ्लाइंग स्कवायड ने जांच शुरू की है। करीब एक माह पहले सीएम स्कवायड के डीएसपी की ओर से ठेके से संबंधित रिकार्ड मांगा गया था लेकिन यह रिकार्ड न देने पर अब सीएम स्कवायड के रोहतक स्थित डीएसपी कार्यालय की ओर से दोबारा से पत्र भेजकर विज्ञापन टेंडर से संबंधित रिकार्ड मांगा गया है। यह है मामला

दरअसल, शहर में यूनीपोल पर विज्ञापन लगाने के लिए नगर परिषद से अनुमति लेनी पड़ती है। इसके लिए हाईकोर्ट की ओर से कुछ स्थान निर्धारित कर रखे हैं जिन पर विज्ञापन लग सकते हैं। हाईकोर्ट की ओर से स्थान निर्धारित करने के बाद वर्ष 2015 में एक साल के लिए पहली बार नगर परिषद ने 31 लाख रुपये का टेंडर जारी किया था। श्री श्याम प्लेसमेंट र्सिवस को यह ठेका दिया गया था। इनमें 38 साइट मुख्य थी तथा 10 अतिरिक्त थी। अगर मुख्य 38 साइटों में से ठेकेदार को कोई साइट गलत लगती, तो वह नप की अनुमति से उसकी जगह जो 10 अन्य साइटों में से चयन करके वहां पर यूनीपोल लगा सकता था। शहर में विज्ञापन लगाने का ठेका पहले भी विवादों में रहा था और 2015 में भी विवादास्पद रहा। विज्ञापन ठेकेदार ने शहर में 21 स्थानों पर अवैध तरीके से यूनीपोल लगाकर जमकर लूट मचाई। साथ ही 38 की बजाय पूरे 48 स्थानों पर यूनीपोल लगा दिए थे। जब इस गोलमाल का भांडा फूटा तो ठेकेदार विज्ञापन ठेके को छोड़कर चलता बना। नप ने उसकी धरोहर राशि जब्त कर ली थी, मगर ठेकेदार अधिकारियों से मिलीभगत कर लाखों रुपये के वारे-न्यारे कर चुका था। अब 23 लाख रुपये में छोड़ा गया है ठेका

शहर की सीमा में 38 स्थानों पर विज्ञापन लगाने के लिए 23 लाख 25 हजार 600 रुपये में पायनियर कंपनी को विज्ञापन टेंडर का वर्क आर्डर दे रखा है। हालांकि कुछ माह पहले करीब 31 लाख रुपये में यह टेंडर छोड़ा गया था लेकिन वर्क आर्डर मिलने में देरी होने की वजह से ठेकेदार ने टेंडर लेने से मना कर दिया था। अधिकारियों की बेरुखी के कारण नप को इस टेंडर से करीब 8 लाख रुपये की राशि का सालाना नुकसान इस बार भी हो जाएगा।

----------

सीएम फ्लाइंग स्कवायड की ओर से जो भी रिकार्ड मांगा गया है वह उपलब्ध करा दिया जाएगा। पुराना रिकार्ड जो भी उपलब्ध होगा वह ¨बदु अनुसार टीम को मुहैया करा दिया जाएगा।

-अपूर्व चौधरी, कार्यकारी अधिकारी, नप।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.