यूथ क्लब : गांव में मांग रहे खेलों का सामान, तो कहीं सरपंचों ने सीधे मना किया
- अब तक करीब डेढ़ सौ गांवों में हो चुका है यूथ क्लबों का गठन
- अब तक करीब डेढ़ सौ गांवों में हो चुका है यूथ क्लबों का गठन
- सूत्र बोले, कई गांवों के सरंपचों ने गठन को लेकर बात करना ही मुनासिब नहीं समझा जागरण संवाददाता, अंबाला :
जिले के 408 गांवों में यूथ क्लबों के गठन को लेकर खेल विभाग के सामने अजीब सी स्थिति पैदा हो रही है। अब तक करीब डेढ़ सौ गांवों में इन क्लबों का गठन हो चुका है, जबकि कई गांव ऐसे हैं जहां पर सरपंचों ने सीधे ना कर दी है। अब इन सरपंचों को यूथ क्लबों के गठन के लिए तैयार करना विभाग के लिए चुनौती बन रहा है। बताया जाता है कि कई सरपंच तो इन क्लबों के गठन में दिलचस्पी ही नहीं ले रहे हैं। इस संबंध में खेल विभाग दोबारा सरंपचों से मीटिग की बात तो कर रहा है लेकिन कितना सफल होगा, कहा नहीं जा सकता। उल्लेखनीय है कि जिले के सभी गांवों में यूथ क्लबों का गठन किया जाना है। इसको लेकर जिला खेल विभाग ने सभी खेल प्रशिक्षकों को इसके लिए जिम्मेदारी दी है। इसकी गठन प्रक्रिया काफी धीमी गति से चल रही है। अब तक लगभग डेढ़ सौ यूथ क्लबों का गठन हो पाया है। सबसे ज्यादा दिक्कत उन गांवों में आ रही है, जहां पर सरपंच सीधे ही इन यूथ क्लब के गठन को मना कर रहे हैं। नारायणगढ़ और अंबाला शहर के गांवों से काफी रिस्पांस मिल रहा है, जबकि अन्य ब्लॉकों से सरपंचों का रिस्पांस नहीं आ रहा। हालांकि विभाग दोबारा से संपर्क कर मीटिग की बात कर रहा है, लेकिन इस में काफी दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं। दूसरी ओर यूथ क्लब के गठन से पहले ही स्पोर्ट्स किट की डिमांड भी रखी जा रही है। हालांकि समझाया जा रहा है कि गठन के बाद यह सब कुछ उपलब्ध होगा, लेकिन इसी बात पर मामला लटका है कि किट पहले चाहिए। ऐसे कई गांव हैं, जहां पर इसी कारण से यूथ क्लब के गठन में दिक्कतें आ रही हैं। जिन गांवों में क्लबों का गठन नहीं हो पाया है, वहां पर दिक्कतें हैं। इन गांवों में दोबारा जा कर सरपंचों से बातचीत करेंगे ताकि वे क्लब के गठन में सहयोग करें।
- एन सत्यन, डीएसओ अंबाला