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महिला से पर्स छीना, डेढ़ किमी तक पीछा किया, भाग निकला

शनिवार शाम को बिना नंबर की बाइक सवार युवक ने एसडी कॉलेज के पास एक्टिवा सवार बैंक महिला कर्मी का रुपयों से भरा पर्स छीन लिया। लेकिन महिला ने हिम्मत नहीं हारी और युवक का करीब डेढ़ किलोमीटर दूर तक एक्टिवा पीछा किया। परंतु महिला के साथ उसकी छोटी से बेटी होने के कारण पंजाबी मोहल्ले में राजीव अल्ट्रासाउंड के सामने एक्टिवा रोक ली और बेसुध हो गई। घटना का पता चलते ही डीएसपी सहित सदर पुलिस यहां पहुंची। देर रात अज्ञात युवक खिलाफ केस दर्ज कर लिया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 07 Oct 2018 03:07 AM (IST)Updated: Sun, 07 Oct 2018 03:07 AM (IST)
महिला से पर्स छीना, डेढ़ किमी तक पीछा किया, भाग निकला

जागरण संवाददाता, अंबाला : छावनी के सदर थाना क्षेत्र में स्नेचरों को पुलिस का बिलकुल भी खौफ नहीं है। महेशनगर व पड़ाव थानाक्षेत्र की तुलना में सदर इलाके में सबसे अधिक क्राइम का ग्राफ दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। पुलिस की कार्रवाई केवल मामला दर्ज करने तक ही सिमट कर रह गई है। यही कारण है कि महज एक महीने में ही छीनाझपटी की दस से अधिक वारदातें हो चुकी है और पुलिस एक भी मामला तक नहीं सुलझा पाई है। इसी कड़ी में शनिवार शाम को बिना नंबर की बाइक सवार युवक ने एसडी कॉलेज के पास एक्टिवा सवार बैंक महिला कर्मी का रुपयों से भरा पर्स छीन लिया। लेकिन महिला ने हिम्मत नहीं हारी और युवक का करीब डेढ़ किलोमीटर दूर तक एक्टिवा पीछा किया। परंतु महिला के साथ उसकी छोटी से बेटी होने के कारण पंजाबी मोहल्ले में राजीव अल्ट्रासाउंड के सामने एक्टिवा रोक ली और बेसुध हो गई। घटना का पता चलते ही डीएसपी सहित सदर पुलिस यहां पहुंची। देर रात अज्ञात युवक खिलाफ केस दर्ज कर लिया।

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हुआ यूं कि महेशनगर के दयालबाग निवासी रजनी अरोड़ा एसबीआइ लाइफ इंश्योरेंस में नौकरी करती है। वह शाम को छुट्टी के बाद अपनी चार साल की बेटी के साथ एक्टिवा पर ही कॉन्वेंट आफ सेक्रेट हार्ट स्कूल के पास अपने बेटे को ट्यूशन पर लेने एक्टिवा पर आ रही थी। इसी दौरान जब वह एसडी कॉलेज के पास पहुंची तो अचानक बिना नंबर की मोटरसाइकिल पर एक युवक आया और उसकी बाजू में लटका पर्स छीनकर फरार हो गया। रजनी ने भी युवक का पीछा किया और नगर निगम कार्यालय से थोड़ी आगे पहुंचकर स्कूल चौक के पास अपनी एक्टिवा रोक ली। उसने रास्ते में युवक को पकड़ने के लिए काफी शोर मचाया लेकिन किसी ने मदद ने नहीं की। बेटी की सुरक्षा के चलते रोकनी पड़ी एक्टिवा

रजनी ने बताया कि युवक काफी स्पीड से मोटरसाइकिल चला रहा था और उसके एक हाथ पर पट्टी भी बंधी हुई थी। लेकिन एक्टिवा पर उसके साथ मौजूद बेटी के रोने के कारण उसने एक्टिवा रोक दी। बताया कि पर्स में करीब 26 हजार रुपये की नकदी, 3 क्रेडिट, 25 हजार रुपये का मोबाइल फोन और कुछ अन्य जरूरी दस्तावेज थे। अगर उसके साथ उस वक्त बेटी न होती तो वह युवक को पकड़ लेती।


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