गीला-सूखा कूड़ा अलग करने में नप के छूट रहे पसीने
नगर परिषद ने घरों से निकलने वाले कूड़े को अलग करने के लिए लोगों को जागरूक भी किया था।
फोटो: 36
जागरण संवाददाता, अंबाला
नगर परिषद ने घरों से निकलने वाले कूड़े को अलग करने के लिए लोगों को जागरूक भी किया। लेकिन उसके बाद भी लोगों पर कोई असर तक नहीं दिखाई दे रहा है। घरों के गीले और सूखे कूड़े को अलग कर डस्टबिन में डालना था। मगर लोग सूखे-गीले कूड़े को अलग करने के बजाय एक साथ सफाई कर्मचारियों को दे रहे है। जबकि ऐसा करने पर नगर परिषद को 500 रुपये जुर्माना भी लगाना था। लेकिन लोगों में कोई डर नहीं दिखाई दे रहा है। अंबाला छावनी से रोजाना करीब 120 टन कूड़ा का उठान होता है। खुले में डाल रहे कूड़ा
घरों से कूड़े के लिए अलग-अलग डस्टबिन लगाए गए है। ताकि लोग गीले- सूखे और संक्रमित कचरे को अलग-अलग डस्टबिन में डालें। उसके बावजूद भी लोग खुले में कूड़ा डाल रहे है। संक्रमित कूड़ा सड़कों पर पड़ा हुआ है। जबकि नगर परिषद द्वारा लगाए गए पुराने डस्टबिन भी गलने लगे है। खुले में कूड़ा फेंकने से संक्रमण फैलने का भी खतरा बढ़ रहा है। नप करेगा कार्रवाई
अंबाला छावनी स्वच्छता मिशन की को-ऑर्डिनेटर रीतू शर्मा का कहना है कि लोगों को खुले में कूड़ा डालने और गीले, सूखा और संक्रमित कचरे को अलग करने के लिए जागरूक किया गया। लेकिन लोग ऐसा कर रहे है तो उन पर जुर्माना लगाया जाएगा।