खेल पॉलिसी के लिए खेलमंत्री की कोठी पर खिलाड़ियों का हंगामा
जागरण संवाददाता, अंबाला : राज्य सरकार द्वारा इनलाइन हॉकी, रोलर हॉकी और रोलर स्के¨टग को खेल नीति से बाहर करने के विरोध में प्रदेशभर के खिलाड़ी बुधवार को खेलमंत्री अनिल विज की कोठी पर प्रदर्शन किया। कोठी से बाहर कार में बैठते ही खिलाड़ियों ने विज को अपने खेलों को दोबारा पॉलिसी में शामिल करने की मांग रखी। विज ने खिलाड़ियों को दो टूक कह दिया कि वह कोई दूसरा खेल खेलना शुरू कर दें, उनके खेलों को पॉलिसी में शामिल नहीं किया जा सकता। यह बात सुनने के बाद खिलाड़ी बिफर गए और नारेबाजी करना शुरू कर दिया।
जागरण संवाददाता, अंबाला : राज्य सरकार द्वारा इनलाइन हॉकी, रोलर हॉकी और रोलर स्के¨टग को खेल नीति से बाहर करने के विरोध में प्रदेशभर के खिलाड़ी बुधवार को खेलमंत्री अनिल विज की कोठी पर प्रदर्शन किया। कोठी से बाहर कार में बैठते ही खिलाड़ियों ने विज को अपने खेलों को दोबारा पॉलिसी में शामिल करने की मांग रखी। विज ने खिलाड़ियों को दो टूक कह दिया कि वह कोई दूसरा खेल खेलना शुरू कर दें, उनके खेलों को पॉलिसी में शामिल नहीं किया जा सकता। यह बात सुनने के बाद खिलाड़ी बिफर गए और नारेबाजी करना शुरू कर दिया।
12 जुलाई 2018 को जारी हुए पत्र मुताबिक इनलाइन हॉकी, रोलर हॉकी और रोलर स्के¨टग को पॉलिसी से ही बाहर कर दिया है। इन्हीं खेलों को दोबारा पॉलिसी में शामिल करने के लिए प्रदेशभर के खिलाड़ी बुधवार सुबह अंबाला छावनी खेलमंत्री से गुहार लगाने पहुंचे। पंचकूला, चंडीगढ़, अंबाला, कुरूक्षेत्र, यमुनानगर, कैथल, जींद समेत अन्य जिलों से खिलाड़ियों के अलावा उनके कोच व परिजन भी यहां आए थे। खिलाड़ियों ने बताया कि तीनों खेल पहले पॉलिसी में शामिल थे और खिलाड़ियों को कैश अवार्ड के अलावा नकदी अवार्ड भी मिल चुके थे। महिला खिलाड़ी नमन पारेख और अनूत यामा को केंद्र सरकार की ओर से इन खेलों के लिए बाकायदा अर्जुन अवार्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है। जबकि पंचकूला निवासी खिलाड़ी आर्यन पाल को भी दो साल पहले दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपति अवार्ड जबकि मनप्रीत कौर तो कांग्रेस सरकार के दौरान भीम अवार्ड भी मिला हुआ है।
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विज से पूछा, हमें क्यों किया गया बाहर
भीम अवार्डी हरप्रीत कौर, आर्यन पाल समेत अन्य ने विज को कहा कि सर हम एशियन गेम्स में खेल चुके हैं तो अब हमारे खेल को पॉलिसी से क्यों बाहर किया गया है। विज ने जवाब दिया कि न तो आप नेशनल में जा सकते हैं और न ही एशियन और न ही कॉमनवेल्थ या न ओलंपिक में जा पाओगे, तो क्यों अपना समय ऐसे खेलों में बर्बाद कर रहे हो। वह गेम्स खेलों जिनमें कोई भविष्य हो। अपने कोच और यूनियन वालों से पूछो जिन्होंने तुम्हारी ¨जदगी खराब कर दी है।
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फोटो 10
मैं इस उम्र में कौन-सा खेल शुरू करूं
मैं करीब 15 साल से रोलर स्के¨टग खेल रही हूं और गोल्ड के अलावा कई कई मेडलों के अलावा सरकार ने मुझे भीम अवार्ड से भी सम्मानित किया है। मैंने सरकारी नौकरी के लिए आवेदन किया था लेकिन अब मेरा फार्म रद कर दिया है। अब 25 साल की उम्र में मैं कौन-सा दूसरा खेल शुरू करूं।
हरप्रीत कौर, भीम अवार्डी।
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फोटो 11
4 साल की उम्र से खेल रही हूं
मैं जब 4 साल की थी तब से स्के¨टग खेल रही हूं। मैंने बहुत से मेडल राज्य ही नहीं राष्ट्रीय स्तर पर भी जीते है। मैं लॉ में ग्रेजुएट हूं और सिर्फ यही खेल खेलना जानती हूं। इस खेल को पॉलिसी से ही निकाल दिया है, अब मैं क्या करूं।
मन्नी कंबोज, गोल्ड मेडलिस्ट, खिलाड़ी।
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फोटो 12
सड़कों पर उतरेंगे खिलाड़ी
हम शांतिपूर्ण ढंग से खेलमंत्री के पास अपनी गुहार लेकर आए थे लेकिन उनकी मांगे मानने से साफ इंकार कर दिया है। इसी कारण अब इन खेलों के सभी खिलाड़ी सड़कों पर उतरकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। साथ ही जींद में होने वाले उपचुनावों में भाजपा का विरोध करेंगे।
चंद्र ¨सगला, कोच, पंचकूला।