संकट में बेरोजगार : चार साल में जिले के महज 26 युवाओं को मिली नौकरी
जिले में बीते चार साल में 12वीं, ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट युवाओं की तादाद 14 हजार 222 पहुंच चुकी है लेकिन महज अंबाला के 26 युवाओं को ही सरकारी नौकरी मिल सकी है।
जागरण संवाददाता, अंबाला : जिले में बीते चार साल में 12वीं, ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट युवाओं की तादाद 14 हजार 222 पहुंच चुकी है लेकिन महज अंबाला के 26 युवाओं को ही सरकारी नौकरी मिल सकी है। चार साल में रोजगार मंडल कार्यालय अंबाला से सूचना अधिकार के तहत मिली जानकारी में यह पर्दाफाश हुआ है। इतना ही नहीं 12वीं पास 5276 युवाओं में से सिर्फ 30 को ही बेरोजगारी भत्ता दे रहा है। राज्य जन सूचना अधिकारी कम मंडल रोजगार कार्यालय अधिकारी अंबाला से एक जनवरी 2014 से लेकर अक्टूबर 2018 तक की जानकारी मांगी गई।
छावनी के क्रॉस रोड नंबर 10 निवासी एवं आरटीआइ कार्यकर्ता पवन बांगा ने पूछा था कि कितने युवाओं ने रोजगार के लिए अपना नाम दर्ज कराया है और कितने युवाओं को रोजगार मिला है। रोजगार कार्यालय ने 20 नवंबर को दी जानकारी में कहा कि 14 हजार 22 युवाओं ने रोजगार मांगा था जिनमें से 26 युवाओं को ही रोजगार दिया गया है। साल 2017 तक यह आंकड़ा 16 युवाओं को रोजगार देने था यानि साल 2018 में प्रदेश सरकार जिले के 10 युवाओं को रोजगार मुहैया करा पाई है।
बात यदि 12वीं पास युवाओं की जाएं तो आंकड़े बोल रहे हैं अक्टूबर 2018 के अंत जिले में 5276 युवाओं ने अपना रजिस्ट्रेशन नौकरी पाने के लिए किया था। इनमें से एक युवा को भी नौकरी नहीं मिली है। यदि नौकरी न मिले तो सरकार बेरोजगार युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देती है लेकिन यहां पर भी सरकार युवाओं के भरोसे पर खरा नहीं उतरी है और महज 30 बेरोजगार युवाओं को बेरोजगारी भत्ता दिया जा रहा है और प्रति बेरोजगार 2640 रुपये दिए जा रहे हैं। हर माह सरकार इन युवाओं को 79 हजार 200 रुपये ही दे पाई है।
3040 ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट
जिले से सितंबर 2018 तक 1594 ग्रेजुएट और 1446 पोस्ट ग्रेजुएट युवाओं ने नौकरी मांगी। सरकार 12 युवाओं को पुरानी स्कीम के तहत 12 युवाओं को बेरोजगारी भत्ता दे रही है प्रति युवा साढ़े 45 सौ रुपये मासिक मिल रहे हैं। इसी प्रकार ग्रेजुएट सक्षम 180 युवाओं को 2 लाख 68 हजार 250 रुपये, पोस्ट ग्रेजुएट 363 युवाओं को 10 लाख 88 हजार 200 रुपये भत्ता दिया जा रहा है।