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बढ़ते दबाव में अफसरशाही को गिरानी पड़ी पांच दुकानें, भूमाफिया को करारा झटका

अंबाला शहर के बेशकीमती हुडा की जमीन पर गैरकानूनी ढंग से बनी पांच दुकानें सोमवार को प्रशासन को हटवानी पड़ीं। पुलिस की मौजूदगी में दो जेसीबी मशीनों ने पांचों दुकानों को तोड़ डाला। यह दुकानें चुनावी दिनों में बनने लगीं थीं लेकिन दैनिक जागरण द्वारा मामला उजागर होने के बावजूद इनको गिराने में 35 दिनों का समय लग गया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 10 Dec 2019 08:47 AM (IST)Updated: Tue, 10 Dec 2019 08:47 AM (IST)
बढ़ते दबाव में अफसरशाही को गिरानी पड़ी पांच दुकानें, भूमाफिया को करारा झटका

दीपक बहल, अंबाला शहर

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अंबाला शहर के बेशकीमती हुडा की जमीन पर गैरकानूनी ढंग से बनी पांच दुकानें सोमवार को प्रशासन को हटवानी पड़ीं। पुलिस की मौजूदगी में दो जेसीबी मशीनों ने पांचों दुकानों को तोड़ डाला। यह दुकानें चुनावी दिनों में बनने लगीं थीं, लेकिन दैनिक जागरण द्वारा मामला उजागर होने के बावजूद इनको गिराने में 35 दिनों का समय लग गया।

सरकारी जमीन पर दुकानें बनाने की निशानदेही और रिपोर्ट में स्पष्ट हो चुका था, जबकि इसके बावजूद लेटलतीफी की गई। सोमवार को दुकानें तो गिरा दी गई लेकिन सरकारी जमीन पर एक के बाद एक पांच दुकानें कैसे बन गई, इस मामले में हुडा विभाग ने किसी अधिकारी की जिम्मेदारी तय करना भी जरूरी नहीं समझा। नगर निगम द्वारा भी बिना नक्शे दुकानें कैसे बन गई, इसको लेकर किसी कर्मचारी अथवा अधिकारी की जिम्मेदारी तय नहीं की गई। अंबाला प्रशासन की सुस्ती के चलते यह मामला चंडीगढ़ मुख्यालय तक पहुंचा, जिसके बाद प्रशासन को कार्रवाई करनी पड़ी।

बता दें कि शहर के मानव चौक के पास हुडा की बचत की जगह है। इसी जमीन के साथ शक्ति नगर कॉलोनी बनी हुई है। इसका फायदा उठाकर हुडा की जमीन के खसरा नंबर में खेल खेला गया। किसी खसरा नंबर के आधार पर इन दुकानों की रजिस्ट्री करवा ली गई और फिर बाद में बेशकीमती लोकेशन पर दुकानों का निर्माण कर लिया गया।

इस मामले में डीसी ने एडीसी की अध्यक्षता में कमेटी गठित करने की बात कही, लेकिन बाद में हुडा विभाग के अधिकारियों तक ही जांच सिमट कर रह गई। हुडा विभाग ने निशानदेही करवाई, तो पता चला कि यह दुकानें सरकारी जमीन पर बनाई गई हैं। 29 नवंबर को हुडा की इस्टेट अफसर डा. किरण सिंह ने दो दिनों में दुकानें गिराने का आदेश दिया था, लेकिन 8 दिसंबर तक दुकानें नहीं गिराई गई। जिला स्तर पर लेटलतीफी पर प्रदेश की मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने भी जवाब तलब किया, तब प्रशासन को कार्रवाई करनी पड़ी। अंबाला शहर के मानव चौक पर जो दुकानें बनाई गई हैं, वह गिरा दी गई हैं। पांच दुकानों को गिराया गया है, जिसकी रिपोर्ट उनको दी गई है।

- डा. किरण सिंह, इस्टेट आफिसर हुडा अंबाला फोटो नंबर :: 54

भूमाफिया पर कसेगी नकेल : हिम्मत सिंह

पूर्व पार्षद हिम्मत सिंह ने कहा कि हुडा की जमीन पर भूमाफिया द्वारा बनाई गई अवैध दुकानों पर कार्रवाई से ही ऐसे लोगों पर नकेल कसी जाएगी। इन ध्वस्त की गई दुकान के साथ लगती हुडा की 1700 वर्गगज जमीन पर किए गए अन्य कब्जों पर भी इसी प्रकार की कारवाई की जानी चाहिए। जिन राजनैतिक नेताओं का इन्हें संरक्षण प्राप्त है, उन पर भी कारवाई की जानी चाहिए। फोटो नंबर :: 55

हुडा की जमीन पर दुकानें बना दी गई थी। इन दुकानों के लिए निशानदेही करवाई गई, जिसमें पंचकूला से भी एलएओ आए थे। निशानदेही के बाद स्पष्ट हो गया था कि यह दुकानें हुडा की जमीन पर अवैध तरीके से बनी हैं। अफसरों के आदेश पर इन दुकानों को गिराया जा रहा है। जिन लोगों ने यह दुकानें बनाई थी, वे कोई दस्तावेज पेश नहीं कर पाए।

- सुमित कुमार, जेई हुडा, अंबाला


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