Move to Jagran APP

कोरोना के कारण छूटने के बाद फिर अपराध कर जेल पहुंचे, अब बैरक में साथी संग कर ली खुदकुशी

अंबाला सेंट्रल जेल में मंगलवार को दो कैदियों ने आत्‍महत्‍या कर ली। उनको कोरोना के कारण पैरोल मिला था लेकिन दोबारा अपराध करने पर फिर जेल भेज गए थे।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Tue, 16 Jun 2020 07:14 PM (IST)Updated: Tue, 16 Jun 2020 07:14 PM (IST)
कोरोना के कारण छूटने के बाद फिर अपराध कर जेल पहुंचे, अब बैरक में साथी संग कर ली खुदकुशी
कोरोना के कारण छूटने के बाद फिर अपराध कर जेल पहुंचे, अब बैरक में साथी संग कर ली खुदकुशी

अंबाला शहर, जेएनएन। यहां अंबाला सेंट्रल जेल में बंद दो कैदियों ने चादर से फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। कोरोना संकट के कारण उनको कुछ समय पहले जेल से रिहा किया गया था। बाहर आने के बाद वे फिर अपराध करले लगे और चेन स्‍नेचिंग करते पकड़े जाने पर फिर अंबाला सेंट्रल जेल पहुंच गए। अब दोनों ने अपने बैरक मं ही खुदकुशी कर ली। दोनों के सैंपल कोरोना जांच के‍ लिए भेजे गए हैं।

loksabha election banner

कोरोना संकट में रिहा होने के बाद चेन स्‍नेचिंग करने पर दस दिन पहले अंबाला सेंट्रल जेल पहुंचे थे

ऐसा पहली बार हुआ है जब अंबाला सेंट्रल जेल में दो कैदियों ने एक बैरक में एक साथ खुदकुशी कर ली हो। जिस बैरक नंबर 24 एच में आत्महत्या हुई है उसमें एक या दो नहीं बल्कि तीन बंदी थे। हालांकि तीसरे बंदी को इस प्रकरण का पता ही नहीं चल पाया।

बता दें कि अंबाला सेंट्रल जेल में सुबह पता चला कि दो बंदियों ने चादर के साथ फंदा लगा लिया है। जिनकी पहचान साहा के 31 वर्षीय कैदी सुनील कुमार और बलाना के 35 वर्षीय रामदास के रूप में हुई। मंगलवार सुबह दोनों ने चादर को रोशनदान में बांधकर फंदा लगा लिया।

जेल के कर्मियों ने इस बारे में पता चलते ही अधिकारियों को घटना की सूचना दी। इसके बाद ड्यूटी मजिस्ट्रेट जेएमआइसी अनीता रानी रिपोर्ट तैयार की, जो एनएचआरसी को भेजी जाती है। इसके बाद आगे की कार्रवाई होती है। पुलिस ने दोनों के शवों का पोस्टमार्टम करवाया।

----------

एक ने छोड़ा सुसाइड नोट, लिखा नहीं- बन सका अच्छा बेटा, परिवार का रखा जाये ध्यान

सुनील कुमार के पास से एक सुसाइड नोट मिला है। इसमें लिखा है कि वह अपने माता-पिता का कभी अच्छा बेटा नहीं बन पाया। माता-पिता ने जो उसे लेकर सपने संजोये थे उन्हें पूरा नहीं कर पाया और न ही खरा उतर पाया। परंतु उसके बाद उसकी पत्नी व बच्चे का ध्यान रखा जाए। 

-------------

हत्या मामले में उम्रकैद का सजायाफ्ता था सुनील

2015 में हत्या के एक मामले में सुनील कुमार जेल में बंद था। उसे 2019 में अदालत ने उम्रकैद की सजा सुना दी थी। कोरोना के कारण जेल से बंदियों को पैरोल दे दी गई थी। इसमें सुनील को भी छुट्टी मिल गई थी। वहीं दूसरी ओर रामदास पर भी चोरी के करीब नौ मुकदमें दर्ज थे। 6 जून को पंचायत भवन के पास एक युवती का बाइक सवार दो युवकों ने पर्स छीन लिया था और लोगों ने मौके इन दोनों को पकड़ लिया था। बलदेव नगर पुलिस ने दोनों के खिलाफ चेन स्नेचिंग का केस दर्ज कर किया था और इसके बाद उनको अंबाला सेंट्रल जेल भेज दिया गया।

-------

होगा कोरोना टेस्ट

जेल में जो भी बंदी आते पहुंचते हैं उन्हें मेडिकल कम आइसोलेशन वार्ड में रखा जाता है। ताकि कोरोना महामारी पर रोक लगाई जा सके। शुरूआत में इन दोनों को भी आइसोलेशन वार्ड में रखा गया था। लेकिन अब पोस्टमार्टम के साथ दोनों मृतकों का कोरोना टेस्ट भी होगा। मामले में परिजनों को अवगत करा दिया गया है।

-----

'' जेल में दो लोगों ने सुसाइड किया है। वह ऐसा काम करना चाह रहे हैं कि जिससे आगे के समय इस तरह की घटनाओं पर रोक लगे। दो आत्महत्या के मामले की न्यायिक जांच होगी अगर कहीं कोई कमी पेशी पायी जाती है तो कानूनी कार्रवाई की जाती है।

                                                                                 - लखवीर सिंह, सुपरिंटेंडेंट, अंबाला सेंट्रल जेल।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.