यहां सर्दी में डेस्क होते हुए भी फर्श पर टाट बिछाकर लगती हैं कक्षाएं
समय दोपहर के सवा दो बजे। स्थान बलाना सीनियर सेकेंडरी स्कूल। स्कूल का ग्राउंड पानी से लबालब भरा है। हाल ही में हुई हल्की सी बरसात के कारण स्कूल के प्रांगण का यह बेहाल है। स्कूल में कंस्ट्रक्शन का काम भी चल रहा है। यह कंस्ट्रक्शन स्कूल में लंबे समय के बाद हो रही है। कुछ कमरों की रिपेयर का काम चल रहा है।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : समय दोपहर के सवा दो बजे। स्थान बलाना सीनियर सेकेंडरी स्कूल। स्कूल का ग्राउंड पानी से लबालब भरा है। हाल ही में हुई हल्की सी बरसात के कारण स्कूल के प्रांगण का यह बेहाल है। स्कूल में कंस्ट्रक्शन का काम भी चल रहा है। यह कंस्ट्रक्शन स्कूल में लंबे समय के बाद हो रही है। कुछ कमरों की रिपेयर का काम चल रहा है। पांच कमरों की छत को तोड़कर दोबारा से तैयार किया जा रहा है। बरसात के कारण आज स्कूल में निर्माण कार्य रुका हुआ है। यहां विद्यार्थियों को फर्श पर टाट बिछाकर पढ़ाया जा रहा है। जांच में पता चला कि स्कूल में पर्याप्त मात्रा में डेस्क उपलब्ध हैं। इसके बावजूद यहां विद्यार्थियों को फर्श पर पढ़ाया जा रहा है। बता दें कि शिक्षा विभाग ने इस बारे में सख्त निर्देश जारी किए हैं कि विद्यार्थियों को फर्श पर बिठाकर न पढ़ाया जाए। बाकायदा हर साल डेस्क खरीदने के लिए सरकार ग्रांट भी जारी करती है।
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विधायक के प्रयासों से मिली थी स्कूल को ग्रांट
विधायक असीम गोयल के अथक प्रयासों के बाद स्कूल में जर्जर हो चुके कमरों के लिए लाखों रुपये की ग्रांट जारी हुई थी। लेकिन इस ग्रांट का अभी तक सही सदुपयोग नहीं हो सका। लंबे समय तक यह ग्रांट खाते में ही पड़ी रही। इसके बाद हाल ही में काम शुरू हुआ था जोकि बरसात के कारण रूका पड़ा है।
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सड़क से नीचा होने के कारण आता है स्कूल में पानी
इस स्कूल का लेवल मुख्य सड़क से नीचा है। इसीलिए हलकी सी बरसात होने पर सड़क का भी सारा पानी स्कूल में ही जमा हो जाता है। विधायक असीम गोयल के प्रयासों से सरपंच ने गत वर्ष स्कूल के प्रांगण में मिट्टी भी डलवाई थी। उससे आगे वाले हिस्से में तो सुधार हुआ लेकिन पीछे का हिस्सा अभी भी बहुत गहरा है। इसीलिए वहां थोड़ी सी बरसात भी हो जाए तो पानी-पानी हो जाता है।
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स्कूल में पर्याप्त मात्रा में डेस्क हैं। ऐसे में बच्चों को फर्श पर नहीं बिठाना चाहिए। हो सकता है टेस्ट लेने के लिए टाट बिछाकर उन्हें बिठा दिया हो। इस बारे में स्कूल ¨प्रसिपल से पूछताछ की जाएगी।
सुधीर कालड़ा, खंड शिक्षा अधिकारी।