पंजीकरण में बैंक खाते की अनिवार्यता ने बढ़ाई मुश्किलें
जागरण संवाददाता, अंबाला : कॉलेजों में दाखिलों के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया जो
जागरण संवाददाता, अंबाला : कॉलेजों में दाखिलों के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया जोरों पर है। दस्तावेज संबंधित प्रक्रिया पूरी करने के बाद जाकर रजिस्ट्रेशन करवा रहे। मगर रजिस्ट्रेशन के समय निदेशालय द्वारा छात्रों के बैंक अकाउंट अनिवार्य संबंधित फरमान को सुनकर विद्यार्थियों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। जिले के अंदर ही निदेशालय के नियमों को अलग-अलग ढंग से लागू किया जा रहा। गवर्नमेंट कॉलेजों में जहां बिना अकाउंट के पहुंचने वाली विद्यार्थियों के रजिस्ट्रेशन पर पाबंदी है, वहीं प्राइवेट कॉलेजों में अगर कोई बिना अकाउंट के पहुंचता है तो उसके अभिभावकों का अकाउंट लेकर बिना रोकटोक रजिस्ट्रेशन किए जा रहे। इस स्थिति से साफ जाहिर है कि प्राइवेट कॉलेजों में निदेशालय के नियमों को गंभीरता से नहीं लिया जाता, जबकि ऑनलाइन दाखिलों के लिए रजिस्ट्रेशन करने की अंतिम तिथि 22 जून नजदीक आने से सरकारी कॉलेजों में बिना अकाउंट रजिस्ट्रेशन के लिए पहुंचने वालों के लिए परेशानी बढ़ गई। उन्हें बैंकों के चक्कर काटने पड़ रहे।
इसलिए जरुरी है बैंक अकाउंट
रजिस्ट्रेशन के पहले बैंक अकाउंट का फरमान कॉलेजों में विद्यार्थियों को मिलने वाली स्कालरशिप से जुड़ा है। एससी, बीसी, विकलांग व अन्य कोटों के आधार पर विद्यार्थियों को मिलने वाली स्कालरशिप सीधा उनके खाते में आ सके, जबकि जिनके बैंक अकाउंट नहीं खुले है ऐसे विद्यार्थियों की संख्या ज्यादा है। रजिस्ट्रेशन के समय यह अपने परिजनों व उनके अकाउंट नंबर लेकर कॉलेज में पहुंच रहे हैं।
इस तरह आ रही परेशानी
छावनी के गवर्नमेंट कॉलेज में पहुंचे छोटा खुड्डा से पहुंची मानसी अग्रवाल का कहना है कि गवर्नमेंट कॉलेज में छात्र के बैंक अकाउंट को अनिवार्य किया गया, परंतु उनके पड़ोसी द्वारा प्राइवेट कॉलेज में पिता का अकाउंट नंबर देकर रजिस्ट्रेशन करवा रखा है। साइबर कैफों पर भी बिना अकाउंट लिए रजिस्ट्रेशन हो रहे। तो गवर्नमेंट कॉलेज में भी यह नियम होने चाहिए। अब उन्हें दाखिले के चक्कर काटने पड़ रहे।
वर्जन
निदेशालय के नियम के मुताबिक ही रजिस्ट्रेशन कर रहे। विद्यार्थियों की परेशानी को देखते हुए बाकायदा निदेशालय को मेल के जरिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था का सुझाव मांगा गया था। परंतु बिना विद्यार्थी के बैंक अकाउंट के रजिस्ट्रेशन की अनुमति नहीं मिली।
डॉ. हरीश, नोडल ऑफिसर, ऑनलाइन दाखिला, गवर्नमेंट कॉलेज छावनी। पुन:संशोधित का आप्शन के जरिए अगर कोई छात्र रजिस्ट्रेशन के समय बैंक अकाउंट नहीं लाया तो वह बाद में अपना अकाउंट बदल सकता है। इसी विकल्प के चलते वह ऐसे मामलों में विद्यार्थियों का रजिस्ट्रेशन कर रहे थे। अब जो आ रहे हैं वह बैंक अकाउंट लेकर ही आ रहे।
श्याम रहेजा, नोडल ऑफिसर, ऑनलाइन दाखिला, जीएमएन कॉलेज छावनी।