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इंजीनियरिग की परीक्षा, प्रशासन के छूटे पसीने, जाम से कराही ट्विनसिटी

जाम से निपटने के लिए तीन चरणों में आयोजित की गई परीक्षा फिर भी धरी रह गई प्रशासनिक तैयारियां।

By JagranEdited By: Published: Mon, 02 Sep 2019 11:11 AM (IST)Updated: Tue, 03 Sep 2019 06:33 AM (IST)
इंजीनियरिग की परीक्षा, प्रशासन के छूटे पसीने, जाम से कराही ट्विनसिटी
इंजीनियरिग की परीक्षा, प्रशासन के छूटे पसीने, जाम से कराही ट्विनसिटी

जागरण संवाददाता, अंबाला: हरियाणा स्टाफ सेलेक्शन कमीशन द्वारा आयोजित जूनियर इंजीनियर, सिविल, मेकेनिकल, हॉर्टिकल्चर और इलेक्ट्रिकल की लिखित परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गई। हालांकि, अव्यवस्था के चलते दिन भर लंबा जाम लगा रहा। एक दिन में 34,558 परीक्षार्थी व उनके परिजन अंबाला पहुंचे तो अंबाला छावनी व शहर का यातायात चरमरा गया। स्थिति यह हो गई कि प्रशासनिक तैयारियां धरी की धरी रह गई। गौरतलब है कि जाम की स्थिति से निपटने के लिए परीक्षा तीन चरणों में आयोजित की गई थी लेकिन रविवार को यातायात दुरुस्त करने के तमाम दावे फेल साबित हुए। आंकड़ों में परीक्षा

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-57,597 परीक्षार्थियों के बैठने की थी व्यवस्था

-34,558 परीक्षार्थियों ने दी परीक्षा

-23,039 परीक्षार्थियों ने नहीं दी परीक्षा

-67 सेंटर बनाए गए थे जिले में। अंबाला शहर में 41 व अंबाला छावनी में 26 सेंटर थे।

-23 डयूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए थे। नोडल अधिकारी के तौर पर एसडीएम अंबाला शहर किरण सिंह रही।

तीन चरणों में हुई परीक्षा

-सुबह 9:00 से 10:30

-12:30 से 2:00 बजे तक

-शाम 4:00 से 5:30 बजे तक

गहन के तलाशी के बाद मिली एंट्री

नकलविहीन परीक्षा के लिए केंद्र के बाहर परीक्षार्थियों को कड़ी जांच प्रक्रिया से गुजरना पड़ा। हाथ के कड़े से लेकर महिलाओं के नाक का कोका तक उतरवा लिया गया। गहन तलाशी के बाद ही परीक्षार्थियों को अंदर जाने दिया गया। सभी केंद्रों पर जैमर लगाए गए थे, जो मोबाइल व अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट को निष्क्रिय कर देता है। फार्म अटेस्ट कराने नागरिक अस्पताल में उमड़े परीक्षार्थी

परीक्षा से पहले फार्म को अटेस्ट करवाने के लिए परीक्षार्थियों को काफी चक्कर काटने पड़े। नागरिक अस्पतालों के इमरजेंसी वार्ड में मरीजों का चेकअप करने वाले डाक्टरों ने परीक्षार्थियों के फार्म अटेस्ट किए। परीक्षार्थियों की संख्या काफी अधिक होने के कारण मरीजों को भी परेशानी झेलनी पड़ी। आनन-फानन में इमरजेंसी वार्ड में एक अन्य डॉक्टर की व्यवस्था कर परीक्षार्थियों के फार्म अटेस्ट किए। आसान थी परीक्षा

गुड़गांव के विनय ने बताया कि पहले इस परीक्षा के बारे में सुना था कि काफी कठिन परीक्षा होती है। ऐसा कुछ नहीं था। परीक्षा आसान थी और इसकी परिणाम कटआउट लिस्ट भी काफी हाई रहेगी। गूगल मैप ने उलझाया

नरवाना के जोगिद्र का कहना था कि वह पहली बार परीक्षा देने के लिए अंबाला आया था। एसडी सीनियर सेकेंडरी स्कूल का पता करने के लिए गूगल मैप का सहारा लिया था यह स्कूल एक किलोमीटर पीछे दिखा। गलती से वह वहां पहुंच गया था। लोगों से पता करने के बाद परीक्षा केंद्र पहुंचा। पहली बार दी जूनियर इंजीनियर की परीक्षा

रेवाड़ी निवासी दीपक ने बताया कि रेलवे की परीक्षा तो वह दे चुके हैं लेकिन जूनियर इंजीनियर की पहली बार परीक्षा दी। काफी तैयारी करके आया था और परीक्षा भी अच्छी हुई है। बाकि परीक्षा परिणाम ही बताएंगा। जाम में फंसकर हुई परेशानी

भिवानी के शक्ति ने बताया कि परीक्षा को काफी अच्छी हुई थी। बस स्टैंड तक पहुंचने में जाम के कारण काफी परेशानी झेलनी पड़ी। महज दस मिनट का सफर तय करने में करीब आधा घंटा लग गया।

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57,597 परीक्षार्थियों में से 60 प्रतिशत ने ही परीक्षा दी। नकल का एक भी मामला सामने नहीं आया। परीक्षा केंद्रों में जैमर की व्यवस्था थी।

किरण सिंह, एसडीएम, अंबाला शहर


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