छात्र संघ चुनाव में बेटियों ने मारी बाजी
22 साल बाद हुए छात्र संघ चुनाव में बेटियों ने एकछत्र परचम फहराया है। जिले के 15 में से 13 कॉलेजों में जीत दर्ज कर नया इतिहास रचा। छात्र संघ चुनाव में बेटियां न केवल बड़ी संख्या में दावेदारी जताई बल्कि जीत दर्ज कर खुद को साबित भी किया।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : 22 साल बाद हुए छात्र संघ चुनाव में बेटियों ने एकछत्र परचम फहराया है। जिले के 15 में से 13 कॉलेजों में जीत दर्ज कर नया इतिहास रचा। छात्र संघ चुनाव में बेटियां न केवल बड़ी संख्या में दावेदारी जताई बल्कि जीत दर्ज कर खुद को साबित भी किया। जिले के एसए जैन कॉलेज व महाराणा प्रताप कॉलेज मुलाना में ही लड़के जीत पाए हैं। बेटियों की इस एकतरफा जीत के पीछे प्रदेश सरकार का वह फार्मूला भी काम आया जिसमें 75 उपस्थिति होना जरूरी थी। इस मामले में लड़कियां हमेशा आगे रहती हैं। वहीं, सीआर पद के लिए जिन कॉलेजों में कोई प्रत्याशी सामने नहीं आया वहां मेरिट के आधार पर चयन किया जाना था। इस मामले में भी लड़कियां अव्वल रही। हालांकि, मुख्य चार पदों में से एक पद लड़कियों के लिए आरक्षित भी था। जिले में पांच कॉलेज लड़कियों के ही हैं। वहीं, ज्यादातर कॉलेजों में लड़कियों की तादाद लड़कों के मुकाबले ज्यादा हैं।जीत दर्ज करने के बाद अब इन बेटियों का एजेंडा कॉलेज की व्यवस्था में सुधार लाने का है। जीत दर्ज करने के बाद बेटियों ने अपनी प्राथमिकताएं जाहिर भी कर दी। अब इस एजेंडे पर करेंगी काम
- कॉलेजों में बाथरूम, कैंटीन, गार्डन आदि से जुड़ी समस्याओं को दूर करना।
- आसपास के गांवों से कॉलेज में पहुंचने के लिए बसों की संख्या कम है उन्हें बढ़ाने के लिए मांग उठाई जाएगी
- खेलकूद प्रतियोगिताओं को बढ़ावा देने के लिए मांग उठाई जाएगी।
- कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के रिजल्ट संबंधी व अन्य समस्याओं को दूर किया जाएगा
- जरुरतमंद होने के बावजूद जो छात्र छात्रवृति से वंचित है उनके लिए भी काम किया जाएगा।
- कॉलेज के अंदर खाली पड़े शिक्षकों के पदों को जल्द से जल्द भरवाने की मांग उठाई