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1056 विद्यालयों को बंद करने के निर्णय पर कड़ा ऐतराज जताया

प्राथमिक शिक्षक संघ बराड़ा की बैठक राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल बराड़ा में हुई। प्राइमरी स्कूलों के अध्यापकों की लंबित मांगों पर चर्चा की गई।

By JagranEdited By: Published: Fri, 28 Feb 2020 08:02 AM (IST)Updated: Fri, 28 Feb 2020 08:02 AM (IST)
1056 विद्यालयों को बंद करने के निर्णय पर कड़ा ऐतराज जताया
1056 विद्यालयों को बंद करने के निर्णय पर कड़ा ऐतराज जताया

संवाद सहयोगी, बराड़ा: राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ बराड़ा की बैठक राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल बराड़ा में हुई। प्राइमरी स्कूलों के अध्यापकों की लंबित मांगों पर चर्चा की गई। बैठक में खंड प्रधान तरविदर शर्मा ने सरकार द्वारा 1056 विद्यालयों को बंद करने के निर्णय पर कड़ा ऐतराज जताते हुए कहा कि प्राथमिक शिक्षा सभी बच्चों को प्रदान करना सरकार का दायित्व है लेकिन सरकार इससे विमुख हो रही है।

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संगठन सचिव संदीप गौतम ने कहा कि सरकार द्वारा कैशलेस सुविधा सभी कर्मचारियों को प्रदान की जाए क्योंकि आज भी प्राइमरी टीचरों के मेडिकल केस विभिन्न कार्यालयों में लंबित पड़े हैं। कोषाध्यक्ष रवीश कुमार ने कहा कि सीडब्ल्यूएसएन शौचालयों को बनाने की ग्रांट की राशि में बढ़ोतरी हो। उन्होंने बताया डीईईओ कार्यालय में एसओ का पद रिक्त होने के कारण टीचरों के एसीपी केस पेंडिग पड़े हैं।

ऑडिटर राजेश कुमार ने प्राथमिक विद्यालयों को मिलने वाली ग्रांट सीधे एसएमसी के खाते में आने की बात कही ताकि प्राइमरी स्कूलों को उसका पूरा लाभ मिल सके। टीचरों का कहना था कि उपरोक्त मांगों को लेकर वह 2 मार्च को बीईओ के माध्यम से शिक्षा मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपेंगे। इस मौके पर राजकुमार, सतीश कुमार, जितेंद्र कुमार, सुनील चावला, प्रवीण कुमार आदि मौजूद रहे।


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