आढ़तियों ने दुकानें बंद कर खोला ई-ट्रेडिग के खिलाफ मोर्चा
दिल्ली-अंबाला नेशनल हाईवे पर स्थित नई अनाज मंडी में 70 क्विंटल गेहूं पहुंच चुकी है जिसका एंट्री मेनुअल गेट पास से हुई है।
जागरण संवाददाता, अंबाला : दिल्ली-अंबाला नेशनल हाईवे पर स्थित नई अनाज मंडी में 70 क्विंटल गेहूं पहुंच चुकी है जिसका एंट्री मेनुअल गेट पास से हुई है। जब ई-ट्रेडिग के जरिए इसकी खरीद का सिलसिला शुरू हुआ तो आढ़तियों की परेशानी बढ़ गई। इससे किसानों की फसल खुले आसमान के नीचे पड़ी है और आढ़ती उसकी खरीद नहीं कर रहे हैं। आढ़तियों सरकार की ई-ट्रेडिग प्रणाली से खफा है जिसे वापस करने के लिए गेहूं खरीदने से मना कर दिया है। सरकार के ई-ट्रेडिग के आदेश मंडी में मार्केट कमेटी के अधिकारी लागू कराने में कामयाब नहीं हो पा रहे हैं।
अब ई-ट्रेडिग प्रणाली आढ़तियों के लिए किस तरह नुकसानदायक है इस पर आढ़ती बोलने की बजाए किसान को आगे कर रहे हैं। इसीलिए अपनी बात मनवाने के लिए आढ़तियों ने कैंट मंडी में अपनी दुकानें बंद कर दी हैं। बृहस्पतिवार को मंडी प्रधान एवं भाजपा नेता सन्नी आनंद की अध्यक्षता में बैठक हुई। अपनी ही सरकार के खिलाफ भाजपा नेता ने दूसरे आढ़तियों के साथ मिलकर विरोध जताया और गेहूं के साथ-साथ खरीद एजेंसियों से बारदाना लेने से भी इंकार कर दिया है। आढ़तियों ने कहा कि सरकार ई-ट्रेडिग लागू करने पर अड़ी है और पहले भी संघर्ष के चलते इसे सरकार ने टाल दिया था। सरकार की मनमानी के चलते में रोष है और सरकार की यह योजना आढ़तियों के लिए सिरदर्द बनेगी। इस मौके पर कच्चा आढ़ती एसोसिएशन के महासचिव सुशील गोयल, उप प्रधान अजय गर्ग, नीतिन सेठी, निर्मल सिंह, सतनाम सिंह संधू, अरुण सिंह, नुकुल, गुरप्रीत सिंह, अजय बंसल, हरिद्र, विनीत जैन, नवीन गुप्ता समेत अन्य आढ़ती मौजूद थे।