बाटम--पुलिस के तमाम अभियान के बावजूद नहीं सुधर रही यातायात व्यवस्था
छावनी हो या फिर शहर। यातायात नियमों की खुली अवहेलना हो रही है। चालक पुलिस के सामने ही नियमों को ताक पर रख कर निकल रहे हैं।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : छावनी हो या फिर शहर। यातायात नियमों की खुली अवहेलना हो रही है। चालक पुलिस के सामने ही नियमों को ताक पर रख कर निकल रहे हैं। खासकर स्कूल के समय यातायात नियमों का उल्लंघन होते आसानी से देखा जा सकता है। नाबालिग छात्र, छात्राएं बिना ड्राइविग लाइसेंस के बे-रोक-टोक वाहन चलाए जा रहे हैं जो कि कानूनी अपराध है। अभिभावकों ने दो पहिया वाहन बच्चों के हाथों में थमाकर उनकी जान को जोखिम में तो डाला ही साथ ही राह चलते लोगों के लिए भी खतरा पैदा कर दिया। ऐसे वाहन चलाने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। यह बच्चे ट्रिपलिग राइडिग भी करते हुए देखे जा सकते हैं। यही नहीं छुट्टी के समय घर लौटते समय अपने सहपाठियों के साथ वाहनों से स्टंट भी करते हैं। ऐसे में पीछे से आ रहे वाहन चालकों के लिए परेशानी का सबब बन रहे। ट्रैफिक पुलिस ने साल 2019 में 160 से अधिक अंडरऐज वाहन चालकों के चालान किए हैं।
पुलिस-अभिभावक हैं जिम्मेदार
इस संबंध में लोगों का कहना है कि नाबालिगों के तेज गति से वाहन चलाने के लिए उनके अभिभावक, पुलिस और स्कूल जिम्मेदार हैं। नाबालिगों को बाइक अथवा कार की चाबी सौंपते समय उन्हें सोचना चाहिए कि उनका बच्चा अभी वाहन चलाने योग्य हुआ है या नहीं। साथ ही उसकी उम्र ड्राइविग लाइसेंस बनवाने की हुई है या नहीं। कई विद्यालयों में पढ़ने वाले नाबालिग छात्र-छात्राएं अक्सर दोपहिया वाहन से विद्यालय आते व जाते हैं लेकिन स्कूल आपत्ति नहीं उठाता। ऐसे लोगों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई भी सिर्फ जागरूकता अभियान तक सिमट कर रह गई है
भारी वाहन भी चलाते नाबालिग
ऐसा नहीं है कि नाबालिग केवल बाइक या कार चलाते देखे जाते हैं। कई नाबालिगों को तो अक्सर ट्रैक्टर व ट्रक भी चलाते देखा जाता है। नगर के आसपास बने भट्ठों से ईटें, बालू, मिट्टी आदि ढोने वाले ट्रैक्टरों को अक्सर नाबालिग चलाते हैं। कई बार ये अनुभवहीन चालक दुर्घटना का कारण भी बनते हैं।
साल 2019 में अंडर एज वाहन चालकों के काटे गए चालान
माह संख्या
जनवरी 16
फरवरी 5
मार्च 8
अप्रैल 17
मई 19
जून 24
जुलाई 10
अगस्त 21
सितंबर 12
अक्टूबर
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जो नौसिखिए वाहन को चला रहे हैं अब उन पर मंगलवार या बुधवार से अभियान चलाकर शिकंजा कसा जाएगा। अभिभावकों को चाहिए वह अपने बच्चों को समझाए तथा उन्हें यातायात के बारे में भी जानकारी दें, क्योंकि अकसर देखने में आता है बच्चों को समझाने के बजाय अभिभावक कम उम्र में उन्हें वाहन की चाबी थमा देते हैं, जो काफी खतरनाक है।
-मुनीष सहगल, डीएसपी, ट्रैफिक विग।