अफसरों को कठघरे में खड़ा कर जनप्रतिनिधियों ने पूछा- नप क्यों नहीं तलाश पायी जमीन
बेसहारा पशु सड़कों पर घूम रहे हैं। इनके सड़कों पर घूमने के कारण कई बार हादसे भी हो चुके हैं। इसी कारण हाईवे पर पशुओं का जमावड़ा रहता है। जिले में बेसहारा पशुओं को पकड़ने के बजाए अफसर आंखें मूंदे बैठे हैं।
जागरण संवाददाता, अंबाला : बेसहारा पशु सड़कों पर घूम रहे हैं। इनके सड़कों पर घूमने के कारण कई बार हादसे भी हो चुके हैं। इसी कारण हाईवे पर पशुओं का जमावड़ा रहता है। जिले में बेसहारा पशुओं को पकड़ने के बजाए अफसर आंखें मूंदे बैठे हैं। इस बाबत दैनिक जागरण ने जब जनप्रतिनिधियों से बातचीत की तो उन्होंने नगर परिषद को कठघरे में खड़ा कर दिया। इन्होंने कहा कि नगर परिषद को अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। सड़कों पर घूम रहे बेसहारा पशुओं को पकड़ने के लिए अभियान चलाना चाहिए। पशुओं को रखने के लिए जमीन तलाशकर शिफ्ट करें। अफसर अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा रहे है। पशुओं को पकड़कर पहले अंबाला-जगाधरी हाईवे पर फायर ब्रिगेड आफिस के पास कैटल भवन बनाया गया था, लेकिन वहां पर घोड़े की मौत के बाद इसे बंद कर दिया गया।
------------------ नगर परिषद ने प्लान तो बनाया दिया है, लेकिन जमीन नहीं होने के कारण बेसहारा पशु सड़कों पर घूम रहे हैं। डेयरी चलाने वाले भी पशुओं को खुले में छोड़ देते हैं। उन पर भी कार्रवाई होनी चाहिए। हमने बार-बार आवाज उठाई कि इन पशुओं को बाहर शिफ्ट किया जाए।
- दुर्गा सिंह, पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर अंबाला छावनी।
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बेसहारा पशुओं के घूमने से गंदगी फैलने के साथ ही दुर्घटनाएं भी बढ़ रही हैं। हादसे में कई लोगों की जान भी जा चुकी है। नगर परिषद कोई प्लान तक नहीं बना सका है। डेयरी चलाने वालों पर भी दंडात्मक कार्रवाई की जानी चाहिए। डेयरी वाले भी पशुओं को खुले में छोड़ देते हैं।
- ओंकार सिंह, प्रदेश प्रवक्ता इनेलो
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हमने बेसहारा पशुओं को पकड़ने के लिए अपने कर्मचारी लगाए है। साथ ही तोपखाना में 5 एकड़ जमीन में गोशाला भी बनाई जा रही है। यहां डेयरियों के साथ-साथ बेसहारा पशुओं को रखा जाएगा।
अजय बवेजा, उपाध्यक्ष कैंटोनमेंट बोर्ड