हरियाणा से गुजरात में ऐसे हो रही थी शराब तस्करी, रेल अधिकारी थे गोरखधंधे से बेखबर
अंबाला छावनी रेलवे स्टेशन से पार्सल में छिपाकर यह बोतलें ट्रेन के जरिये गुजरात पहुंचाई गई। यह तस्करी लंबे समय से की जा रही थी और रेल अधिकारी इस गोरखधंधे से बेखबर थे।
अंबाला [दीपक बहल]। अंबाला से गुजरात के लिए शराब तस्करी का भंडाफोड़ हुआ है। पहली खेप राजकोट रेलवे स्टेशन के बाहर गुजरात के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) ने पकड़ी, तो दूसरी खेप रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (RPF) गुजरात व राजकीय रेलवे पुलिस (GRP) की संयुक्त टीम ने। पहली बार 540 बोतल शराब बरामद हुई, तो दूसरी बार यह आंकड़ा 704 बोतल का था। बता दें कि गुजरात में शराबबंदी लागू है।
अंबाला छावनी रेलवे स्टेशन से पार्सल में छिपाकर यह बोतलें ट्रेन के जरिये गुजरात पहुंचाई गई। यह तस्करी लंबे समय से की जा रही थी और रेल अधिकारी इस गोरखधंधे से बेखबर थे। यह मामला सामने आने के बाद रेलवे की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ गए हैं कि पार्सल की आड़ में कुछ भी गैरकानूनी काम किया जा सकता है।
सूत्रों के मुताबिक अंबाला छावनी रेलवे स्टेशन पर पार्सल में शराब की बोतलों को थर्मोकोल व अन्य पैकिंग में पैक किया गया। एक-एक बोतल को शराब की पेटी से निकालकर इस तरह से पैकिंग की गई थी। पहली खेप कटरा से जामनगर जाने वाली गाड़ी संख्या 12478 ट्रेन में लोड की गई, जबकि दूसरी खेप कटरा से हापा जाने वाली गाड़ी संख्या 12476 ट्रेन में लोड की गई। दोनों बार शराब अंबाला छावनी से ही लोड की गई।
16 सितंबर 2019 को राजकोट पहुंची शराब की डिलीवरी दे दी गई। छोटा हाथी में शराब तस्कर तक पहुंच रही थी कि उसे SOG ने पकड़ लिया। चेकिंग की तो पता चला कि 540 बोतल शराब है। पूछताछ में खुलासा हुआ कि अंबाला से रेल के माध्यम से तस्करी हो रही है। इसके बाद 17 सितंबर को GRP और RPF ने भी अपने स्तर पर राजकोट में हापा एक्सप्रेस गाड़ी में चेकिंग की। चेकिंग में दूसरी खेप 704 बोतल पकड़ी गईं। एसओपी और राजकोट की रेलवे अपने-अपने स्तर पर छानबीन में जुट गई हैं। उधर, सीनियर डीसीएम अंबाला हरिमोहन ने बताया कि उनके पास इस तरह की कोई भी जानकारी नहीं है। चेक करवाने के बाद ही स्थिति स्पष्ट की जा सकती है।
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