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जी हां! खाने के सामान में है मिलावट, प्रदेश में 411 सैंपल फेल, अब कार्रवाई का इंतजार

ऊंची दुकान और फीके पकवान मुहावरा अब सही साबित होने लगा है। दुकानदार खाद्य पदार्थो में कमाई करने के लिए हानिकारक चीजों की खूब मिलावट कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 25 Feb 2020 08:10 AM (IST)Updated: Tue, 25 Feb 2020 08:10 AM (IST)
जी हां! खाने के सामान में है मिलावट, प्रदेश में 411 सैंपल फेल, अब कार्रवाई का इंतजार

जागरण संवाददाता, अंबाला : ऊंची दुकान और फीके पकवान मुहावरा अब सही साबित होने लगा है। दुकानदार खाद्य पदार्थो में कमाई करने के लिए हानिकारक चीजों की खूब मिलावट कर रहे हैं। यह इससे साबित हो रहा है कि प्रदेश के जिलों में पिछले साल में 2185 नमूने भरे गए, जिसमें से 411 फेल हो गए हैं। स्पष्ट हो चुका है कि अधिकतर मिठाई की दुकान से लेकर होटल रेस्टोरेंट में परोसे जा रहे खाद्य पदार्थ में मिलावट है। ऐसी मिलावट जो आपके स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल रही है और लोग अंजान है। यह खुलासा 1 जनवरी से 31 दिसंबर 2019 तक लिए गए नमूने की जांच रिपोर्ट फेल होने पर हुआ। 21 जनवरी से 31 दिसंबर 2019 तक दुकानों पर टीम ने छापेमारी कर 2185 सैंपल लिए। इनकी जांच करने के बाद अनुसंधान और जांच केंद्र से रिपोर्ट आई तो काफी चौंकाने वाले थे।

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मिलावट से पेट और त्वचा रोग का खतरा अधिक

बाजार में बिकने वाले मिलावटी खाद्य पदार्थो का असर लोगों के स्वास्थ्य पर इस तरह पड़ रहा है कि लोग पेट और त्वचा रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसका असर तुरंत तो नहीं पड़ता, लेकिन जब मिलावटी खाद्य पदार्थ का उपयोग आम तौर पर होने लगता है, तो पेट और त्वचा रोग की संभावना बढ़ जाती है। सबसे अधिक समस्या से बच्चों में देखने को मिलती है, क्योंकि उम्र के लिहाज से बच्चों 10 साल से कम वाले बच्चों में रोगों से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। ऐसे में वह अधिक बीमार होते हैं। फोटो : 29

दुकानों पर बिकने वाली मिठाई के नाम पर केमिकल और पैकेट में चिप्स व अन्य खाद्य से लेकर पेय पदार्थ कर बच्चों को बीमार रही है। इसका सबसे बड़ा लक्षण बच्चों को भूख न लगने के साथ पढ़ाई से लेकर खेल में रुचि नहीं होती है। दवा से बीमारी कुछ समय तक तो ठीक हो जाती हैं, लेकिन उसके बाद अगर बच्चे को इन खाद्य पदार्थो से दूर नहीं किया गया तो फिर वह पहले की तरह बीमार हो जाते हैं। ठीक यही स्थिति बड़े और बुजुर्गो में देखने को मिल रही है।

- डॉ. ज्योति प्रकाश, बाल रोग विशेषज्ञ, नागरिक अस्पताल, शहर।

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जनवरी से 31 दिसंबर तक लिए गए सैंपल का जिलेवार विवरण

जिला सैंपल फेल सेंपल

अंबाला 177 15

भीवानी 38 09

चरखीदादरी 13 06

फरीदाबाद 144 17

फतेहाबाद 159 --

गुरुग्राम 217 45

हिसार 079 21

झजजर 074 14

जींद 060 06

कैथल 102 17

करनाल 148 --

कुरुक्षेत्र 102 06

महेंद्रगढ़ 013 01

मेवात 035 06

पलवल 039 11

पंचकूला 187 --

पानीपत 189 --

रेवाड़ी 078 09

रोहतक 105 25

सिरसा 083 21

सोनीपत 056 11

यमुनानगर 087 11

कुल 2185 411।


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