सतनाम श्री वाहे गुरु के जयकारों के बीच निकला नगरकीर्तन
सत नाम श्री वाहे गुरु, सतनाम श्री वाहे गुरु। वाहे गुरु जी का खलासा, वाहे गुरु जी कि फतह..कुछ इसी तरह से जयकारों ने सोमवार को अंबाला शहर को पवित्र कर दिया।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : सत नाम श्री वाहे गुरु, सतनाम श्री वाहे गुरु। वाहे गुरु जी का खलासा, वाहे गुरु जी कि फतह..कुछ इसी तरह से जयकारों ने सोमवार को अंबाला शहर को पवित्र कर दिया। मौका था नगर कीर्तन का। गुरुद्वारा श्री नानक दरबार टैगोर गार्डन से दसवें गुरु गो¨बद ¨सह के प्रकाशोत्सव के उपलक्ष में नगर कीर्तन जैसे ही निकला तो संगत के शीश खुद-ब-खुद झुक गए। पंज प्यारों की अगुवाई में नगर नगर कीर्तन जग्गी गार्डन, सेठी एंक्लेव, आसा ¨सह गार्डन से होते हुए दोबारा गुरुद्वारा साहिब में पहुंचकर संपन्न हुआ। श्रद्धालुओं ने जगह-जगह नगर कीर्तन के दौरान अपनी सेवाएं दीं। ठंड की परवाह किए बिना नंगे पांव चल रही संगत अपनी श्रद्धा का परिचय दे रही थी। हर किसी का जोश देखते ही बन रहा था। कार्यक्रम में हरपाल ¨सह कंबोज ने शिरकत कर गुरुग्रंथ साहिब की पालकी के समक्ष शीश नवा आशीर्वाद लिया। ग्रंथी जोरावर ¨सह ने बताया कि हर वर्ष गुरुद्वारा साहिब में इस प्रकाशोत्सव को धूमधाम से मनाया जाता है।